- बीते 15 दिनों से क्षेत्र में तीसरी महिला की मौत
नैनीताल (भीमताल)। जंगली जानवरों के हमलों से परेशान ग्रामीणों ने आज सड़कों पर उतर कर वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया तथा युवती का शव भीमताल चौराहे पर रखकर भवाली हाईवे को जाम कर दिया। ग्रामीणों की मांग है कि उन्हे तत्काल नरभक्षी से निजात दिलायी जाये अन्यथा वह यहीं चौराहे पर आत्मदाह कर लेगें।
उल्लेखनीय है कि बीते कल शाम भीमताल ब्लाक के गांव अल्चौना निवासी निकिता (20) पुत्री विपिन चन्द शर्मा पर नरभक्षी ने उस समय हमला कर दिया था जब वह घर के पास से ही घास लेकर वापस लौट रही थी। ग्रामीणों के हल्ला करने पर वह निकिता के शव को छोड़ कर भाग गया था। ब्लाक भीमताल के 30 किलोमीटर के दायरे में बीते 15 दिनों मे यह तीसरी महिला की मौत है। जो जंगली जानवरों के हमले के कारण हुई है। वन्य जीवों के इन बढ़ते हमलों के कारण क्षेत्रवासियों में इस कदर दहशत का माहौल है कि बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे है तथा किसान खेतो में काम करने नहीं जा रहे है और महिलाएं घास लेने के लिए जंगल नहीं जा पा रही है।
नरभक्षी के आंतक को लेकर कुछ स्कूलों को पहले ही बंद किया जा चुका है और कल फिर एक युवती की जान जाने के बाद इस क्षेत्र के स्कूलों को भी अब अनिश्चित काल के लिए बंद किया जा चुका है। बीते कल इस युवती पर हुए हमले से पूर्व डीएफओ और एसडीएम ने इस क्षेत्र का दौरा किया था और लोगों को भरोसा दिलाया था कि जल्द ही इस समस्या का समाधान किया जायेगा। लेकिन इसके कुछ घंटे बाद ही एक युवती को जान गंवानी पड़ी। जिसके शव को आज ग्रामीणों ने भीमताल चौराहे पर रखकर वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया और हाइवे जाम कर दिया। ग्रामीणो का कहना है कि वह जब तक शव का दाह संस्कार नहीं करेगे जब तक निकिता को न्याय नहीं मिलेगा और आदमखोर को मारा नहीं जायेगा। ग्रामीणों ने वन्य जीव हमलों में मारे जाने वाली दो अन्य महिलाओं के परिजनो को मुआवजा देेने की मांग की है। समाचार लिखे जाने तक धरना प्रदर्शन जारी था। जिसमें सैकड़ों की संख्या में महिलाएं भी शामिल थी।
वन विभाग को नहीं पता नरभक्षी, गुलदार या टाइगर
भीमताल। क्षेत्र में अब तक नरभक्षी के हमलें में तीन महिलाआें की मौत हो चुकी है। लेकिन वन विभाग को यह तक पता नहीं है कि नरभक्षी गुलदार है या टाइगर। नरभक्षी को पकड़ने के लिए वन विभाग ने क्षेत्र में पांच पिजरें लगाये है और 32 कैमरे भी लगाये है। लेकिन उसे न तो अब तक पकड़ा जा सका है न वह कैमरे में कैद हुआ है। डीएफओ का कहना है कि जब यह पता ही नहीं है कि नरभक्षी कौन है तो ऐसे किसे मारा जा सकता है। पूर्व समय में इस नरभक्षी को मारने के आदेश पर हाईकोर्ट ने रोक लगायी हुई है तथा जिंदा पकड़ने के आदेश दिये है। लेकिन वन विभाग उसमें अब तक नाकाम रहा है और नरभक्षी आये दिन लोगों को शिकार बना रहा है। निकिता के पिता का कहना है कि वह अब अपनी बेटी का शव लेकर हाईकोर्ट जायेगें और न्याय की मांग करेंगे।