लखनऊ। उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि ”अब तक 40,000 ऐसे प्रकरण हैं जिसमें लाउडस्पीकर की ध्वनि को कम किया गया है, 18,000 लाउडस्पीकर हटाए जा चुके हैं। इसमें सबसे बड़ी बात है कि लोगों ने अपनी मर्जी से ये किया है। सभी धर्म गुरुओं ने भी इस आदेश का स्वागत किया है।”
बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि सभी को धार्मिक स्वतंत्रता है, लेकिन माइक की आवाज धार्मिक परिसर के बाहर नहीं जानी चाहिए। उनके निर्देश के बाद ही गोरखनाथ मंदिर के लाउडस्पीकर की आवाज कम कर दी गई थी। प्रदेश के कई अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों में भी लाउडस्पीकर की आवाज धीमी कर दी गई है।
गृह विभाग ने अब ध्वनि प्रदूषण (विनियमन और नियंत्रण) नियम 2000 के प्रविधानों का कड़ाई से अनुपालन कराये जाने का निर्देश जारी किया है। साथ ही ऐसे धार्मिक स्थलों की थानावार सूची तलब की है, जहां इन निर्देशों का अनुपालन नहीं हो रहा है।
हाल ही में ध्वनि प्रदूषण के मामले में उच्च न्यायालय द्वारा धार्मिक स्थलों से तेज आवाज के लाउडस्पीकर हटाने और छोटे लाउडस्पीकर से परिसर के अंदर ही आवाज सीमित रखने के आदेश दिए थे।