अयोध्या। लखनऊ की एसटीएफ टीम ने जनपद के रौनाही थाना क्षेत्र निवासी 15 हजार के इनामी एक महाठग को सर्किट हाउस के बाहर से उसके वाहन चालक सहित गिरफ्तार कर लिया है। यह महाठग इतना शातिर किस्म का है जो खुद को रेल समेत विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों का सलाहकार बताता था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जन कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार का वास्ता देकर उसने गाजियाबाद कमिश्नरी से सुरक्षा और भौकाल के लिए सरकारी गनर ले रखा था।
जानकारी के अनुसार धार्मिक स्थलों पर हेलीकाप्टर सेवा का काम दिलाने के लिए उसने एक शख्स को झांसे में लिया था और उस शख्स को अयोध्या घुमाने और दर्शन पूजन कराने वह लेकर आ रहा था। गिरफ्तार अनूप के खिलाफ गबन, धोखाधड़ी, साजिश आदि के प्रदेश के विभिन्न जनपदों समेत राजस्थान और उत्तराखंड में कुल नौ मामले दर्ज मिले है। राजस्थान में सीबीआई ने अदालत में आरोप पत्र भी दाखिल कर रखा है साथ ही फरार होने के चलते उत्तराखंड से 15 हजार का इनाम भी घोषित है।
एसटीएफ के निरीक्षक प्रमोद कुमार वर्मा द्वारा दर्ज कराए गये एफआईआर के मुताबिक ठगी करने वाले ने प्रोटोकाल हासिल करने के लिए फर्जी पत्र भेज अयोध्या सर्किट हाउस बुक किया गया था। उसके आने की सूचना पर टीम ने कैंट थाना क्षेत्र में सर्किट हाउस के पास सफेद रंग की स्कार्पियों को रोककर पड़ताल की। वाहन सवार अनूप चौधरी ने खुद को क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति उत्तर रेलवे एवं भारतीय खाघ निगम लखनऊ का सदस्य और इसी जिले के रौनाही थाना क्षेत्र के पिलखावां का मूल निवासी बताया। उसने बताया कि उसने लोगों को झांसे में लेने और उनसे ठेका और योजना का लाभ दिलाने के नाम पर ठगी के लिए अपने चालक फिरोज का फर्जी आधार बनवाया और गाजियाबाद से गनर पवन कुमार को लिया। फर्जी ओएसडी श्रीनिवास नाराला के माध्यम से प्रोटोकाल हासिल करने के लिए सरकारी प्रारूप पर पत्र व ई—मेल अधिकारियों को भेजवाया था। एक कंपनी बनाकर अयोध्या समेत अन्य धार्मिक स्थलों पर हेलीकाप्टर सेवा करने का सत्य प्रकाश वर्मा को झांसा दिया था और उसे लखनऊ से यहां घुमाने लेकर आ रहा था। उन्होंने बताया कि एसटीएफ ने कैंट थाने में धोखाधड़ी, कूटरचना और साजिश की धारा में मुकदमा दर्ज करवाया है। एसटीएफ ने इनके पास से वाहन के अलावा 5 मोबाइल फोन, एक टैबलैट, 3 चेक बुक, विभिन्न बैंको के 20 चेक, 3 आधार कार्ड, एक एटीम कार्ड और 2200 रुपये बरामद किये है। अनूप चौधरी ने अपना हालपता वैशाली अपार्टमेन्ट, जनपद गाजियबाद तथा चालक फिरोज आलम ने ग्राम बेंतवाला, काशीपुर, थाना कुण्डा, जनपद उघमसिंहनगर, उत्तराखण्ड बताया है। सभी का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद चालान किया गया। कैंट पुलिस ने दोनों को रिमांड मैजिस्ट्रेट के सामने पेश किया, जहां से उन्हे जेल भेज दिया गया।