नई दिल्ली। आईफोन बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी फैक्टरी में उपद्रव हो गया है। चीन के हेनान प्रांत के झेंगझोऊ स्थित फॉक्सकॉन फैक्टरी के कर्मचारी सख्त कोविड प्रतिबंधों, वेतन न मिलने और कोरोना संक्रमण के तेजी फैलने से घबराहट में है और फैक्टरी में प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन के कई वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इसमें कर्मचारियों को पुलिस से टकराते साफ देखा जा सकता है। ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन, ऐपल सहित कई अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के लिए गैजेट्स को असेंबल करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता कंपनी है।
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, मध्य चीन में स्थित फॉक्सकॉन की इस फैक्टरी को आईफोन सिटी भी कहा जाता है। इस फैक्टरी में करीब 2 लाख से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं। इस फैक्टरी में सबसे ज्यादा आईफोन असेंबल किए जाते हैं। झेंगझोऊ इलाके में कोविड-19 के कई मामले सामने आने के बाद से ही सख्त लॉकडाउन लगा दिया है। फॉक्सकॉन फैक्टरी में भी इन प्रतिबंधों के साये में ही काम हो रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में दिख रहा है कि दर्जनों कर्मचारी एक सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं और नारे लगा रहे हैं। दंगारोधी पुलिस भी वहां तैनात दिख रही है। पुलिसकर्मियों के साथ भी कर्मचारियों की झड़प हो रही है। यह वीडियो बुधवार का बताया जा रहा है।
31 अक्टूबर को भी सोशल मीडिया में कुछ वीडियो आए थे जिनमें फॉक्सकॉन फैक्टरी की दीवार फांदकर कुछ लोग भागते दिखे थे। तब कहा गया था कि फैक्टरी के कुछ कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद खौफजदा कर्मचारी अपना सामान हाथों में लेकर भाग रहे हैं। उन्हें डर था कि सरकार कर्मचारियों को फैक्टरी में ही बंद कर देगी और घर नहीं जाने देगी।
फॉक्सकॉन परिसर में मची यह भगदड़, चीन में सरकार द्वारा अपनाई जा रही जीरो कोविड नीति के प्रति लोगों की बढ़ती नाराजगी का भी प्रतीक है। चीन सरकार जहां भी कोरोना के केस मिलते हैं, वहां सख्त लॉकडाउन लागू कर देती है और संक्रमितों को क्वारंटाइन कर देती है। सरकार बहुत कड़ाई से नियमों को लागू कर रही है, जिससे लोगों को बहुत परेशानियां हो रही हैं।