मुंबई हाईकोर्ट में याचिका दायर
छत्रपति शिवाजी पर विवादित बयान
भाजपा व शिंदे गुट ने भी उठाए सवाल
मुंबई। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा छत्रपति शिवाजी पर दिए गए विवादित बयान को लेकर सूबे की राजनीति में उबाल आया हुआ है। वहीं अब मुंबई हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर राज्यपाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें राज्यपाल के पद से हटाने की मांग की गई है।
उल्लेखनीय है कि डॉ बाबा अंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविघालय के कार्यक्रम में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने छत्रपति शिवाजी को पुराने समय का आदर्श बताते हुए कहा गया था कि आज के समय में आदर्श नितिन गडकरी हैं। उनके इस बयान को लेकर जहां एनसीपी, कांग्रेस व शिवसेना ठाकरे गुट द्वारा कड़ी आपत्ति जताई गई थी वहीं भाजपा शिंदे गुट ने इसे महाराष्ट्र की विभूतियों का अपमान बताते हुए राज्यपाल को इस तरह के बयानों से बचने की नसीहत दी गई थी।
अब इस मामले में एक याची दीपक जगदेव द्वारा अधिवक्ता नितिन सातपुले के माध्यम से मुंबई हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करते हुए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को शांति और सुरक्षा भंग करने के आरोप लगाते हुए उनको मानसिक बीमार बताया गया है तथा उनसे मेंटल फिटनेस सर्टिफिकेट लेने की मांग की गई है। याचिकाकर्ता का कहना है कि यह कोई पहला मर्तबा नहीं है जब उनके द्वारा महान विभूतियों पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है इससे पूर्व भी वह महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले पर आपत्तिजनक टिप्पणियां करते रहे हैं। याची का कहना है कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को तत्काल प्रभाव से इस पद से हटाया जाए। मुंबई हाईकोर्ट इस मामले में क्या कार्रवाई करता है यह अलग बात है लेकिन अपने विवादित बयानों को लेकर आए दिन चर्चा में रहने वाले राज्यपाल से भाजपा व शिंदे गुट भी नाराज है। एक पत्रकार द्वारा राज्यपाल से जब उनके विवादित बयान पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह कुछ नहीं बोलेंगे क्योंकि उन्हें चुप रहने को कहा गया है।
इस 24—25 नवंबर को राज्यपाल दिल्ली आने वाले हैं अब सभी की निगाहें उन के दिल्ली दौरे और भाजपा के शीर्ष नेताओं की प्रतिक्रिया पर लगी हुई है। समझा जा रहा है कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व उनके बारे में कोई बड़ा फैसला भी ले सकता है।