. मलबा आने से ग्वालदम—कर्णप्रयाग राष्ट्रीय राजमार्ग हुआ बंद
. कोई जनहानि नहीं होने से प्रशासन ने ली राहत की सांस
चमोली। चमोली के नारायणबगड़ की पंती की पहाड़ियों पर आज तड़के बादल फटने से भारी तबाही हुई है। हालांकि इस दैवीय आपदा में जनहानि की कोई सूचना अब तक नहीं है।
जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह करीब 6.30 बजे पंती की पहाड़ियों में बादल फटने से 33 केवी बिजली सब स्टेशन के पास बहने वाले गदेरे में भारी मलबा आ गया जिसके ग्वालदम—कर्णप्रयाग राष्ट्रीय राजमार्ग पर पंती में खड़े दर्जनों छोटे—बड़े वाहन सड़क पर मलबे के साथ कई मीटर आगे तक बह गये। यहां तक कि डीजीबीआर के मजदूरों के टेंट भी मलबे में दब गये। पानी और मलबे के तेज बहाव में इन मजदूरों के बच्चे बहने लगे तो स्थानीय लोगों और मजदूरों ने किसी तरह उनको बचाया।
बताया जा रहा है कि इस आपदा से क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ हैं। स्थानीय लोगों के साथ ही पुलिस प्रशासन बचाव एवं राहत कार्य में जुटा हुआ है। बीआरओ के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग को खोलने का काम शुरू कर दिया गया हैं। वहीं सुबह के समय बादल फटने से हुई तबाही से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है।
वहीं दूसरी ओर मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भी मौसम खराब रहने की चेतावनी दी है। मौसम विभाग के अनुसार चारधाम यात्रियों को मार्ग की बाधाओं के अलावा मौसम की दुश्वारियों का भी सामना करना पड़ सकता है। ऊंची पहाड़ियों और चारधाम क्षेत्र में हल्की बर्फबारी की वजह से मौसम ठंडा भी हो सकता है। वहीं आने वाले हफ्ते में लगभग हर दिन बारिश के आसार हैं। फिलहाल अभी बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। तेज गर्जना के साथ बिजली भी चमकने और गिरने की संभावना जताई गई है। उत्तराखंड की ऊंची पहाड़ियों, चारधाम क्षेत्र, पिथौरागढ़ और मुनस्यारी इलाके में हल्की बर्फबारी मौसम को सर्द बना सकती है।
इससे अगले 24 घंटे में देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ आदि में कहीं—कहीं तेज गर्जना के साथ भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने येलो अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। राजधानी दून व आसपास के इलाकों में एक या दो दौर की भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अलर्ट के बाद देहरादून जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार ने आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों को स्थिति पर पैनी नजर रखने और अपने—अपने क्षेत्रों में उपस्थित रहने की हिदायत दी है। उन्होंने आपदा की खबर मिलने पर तत्काल राहत कार्रवाई करने को कहा है।जिलाधिकारी ने आपदा प्रबंधन में लापरवाही मिलने पर संबंधित विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है।