6 शव बेस कैंप में, दो अभी भी लापता
उत्तरकाशी। खराब मौसम के बीच आज तीसरे दिन हिमस्खलन की चपेट में आए 10 और पर्वतारोहियों के शव बेस कैंप से मातली हेलीपैड लाए गए। अब तक 21 शव उत्तरकाशी पहुंच चुके हैं। तथा 6 के शव अभी बेस कैंप में है जब की दो लापता ट्रैक्टर्स की खोजबीन अभी जारी है।
उल्लेखनीय है कि बीते 4 अक्टूबर को नेहरू पर्वतारोहण संस्थान का 29 सदस्यीय दल द्रोपदी के डांडा दो शिखर पर हिमस्खलन की चपेट में आ गया था। जिनकी तलाश में लगी वायु सेना, एनडीआरएफ व हाई एल्टीट्यूड वार फेयर स्कूल गुलमर्ग कश्मीर की टीम लगी हुई है। अब तक यह टीम 27 लोगों के शव बरामद कर चुकी है जबकि 2 लोग अभी भी लापता है जिनकी तलाश जारी है। वही इस टीम द्वारा बरामद किए गए सभी शवों को पहले बेस कैंप तक लाया गया जहां से आईटीबीपी के मातली हेलीपैड लाया जा रहा है। अब तक उत्तरकाशी 21 शव लाए जा चुके हैं जबकि 6 शव जो अभी बेस कैंप में ही हैं उन्हें लाया जाना बाकी है तथा दो अन्य जो अभी लापता है उन्हें तलाश किया जाना बाकी है। खराब मौसम के कारण बचाव व राहत कार्य में मुश्किलें आ रही है।
आज जिन 10 शवों को उत्तरकाशी लाया गया है उन सभी की शिनाख्त की जा चुकी है इनमें दो ट्रैकर्स उत्तराखंड के भी शामिल हैं जिनके नाम सतीश रावत और कपिल पंवार हैं। जबकि एक गुजरात के अर्जुन सिंह व दिल्ली के अतुल का है इसके अलावा बेंगलुरु के रक्षित कुमार व विक्रम एम के शव हैं।
इस हादसे का शिकार हुए युवाओं के परिजन उत्तरकाशी में मौजूद हैं तथा अपने बच्चों के इस तरह हुए दुखद अंत पर उनके आंसू नहीं थम रहे हैं इस मौके पर मौजूद गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान आज इन परिजनों को ढाढस बंधाते नजर आए।