नई दिल्ली । दुनियाभर में अमीरों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। भारत में भी करोड़पतियों की लिस्ट में लगातार नए नाम शामिल हो रहे हैं। लेकिन इसी बीच अमीरों द्वारा भारत छोड़कर दूसरे देशों में ठिकाना तलाशने की दर में भी जरबदस्त इजाफा हुआ है। हेनले एंड पार्टनर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साल भारत के 8000 करोड़पतियों ने देश छोड़ दिया है। इस आंकड़े के साथ अब भारत अमीरों के पलायन के मामले में टॉप-3 देशों में शामिल हो गया है। आपको बता दें कि एक तरफ जहां दुनिया के शीर्ष अमीरों की लिस्ट में भारतीय उद्योगपतियों का डंका बज रहा है, वहीं बड़ी संख्या में भारतीय रईसों का देश से मोहभंग होता नजर आ रहा है. आंकड़े बता रहे हैं कि साल 2022 में ही हजारों करोड़पतियों ने भारत को टाटा बोल दिया है. हेनले एंड पार्टनर्स ने अपनी रिपोर्ट में ये खुलासा किया है. इसके मुताबिक, भारत दुनिया के उन तीन देशों में शामिल है, जहां से करोड़पतियों का पलायन सबसे ज्यादा हुआ है। इस लिस्ट में पहले नंबर पर रूस, जबकि दूसरे नंबर पर चीन का नाम आता है। रिपोर्ट के अनुसार भारत समेत कई देशों के करोड़पति अपना देश छोड़ दूसरे देशों में बसने को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं। रिपोर्ट में मुहैया कराए गए आंकडों पर नजर डालें तो भारत से 8,000 करोड़पतियों ने साल 2022 में पलायन किया है। जबकि इस मामले में सबसे आगे रहे रूस से निकलकर दूसरे देशों में बसने वाले करोड़पतियों की संख्या इस साल 15,000 रही है, जबकि चीन से इस अवधि में 10,000 करोड़पति ने पलायन किया है।
कोरोना वायरस महामारी के दौर में हाई नेटवर्थ वाले लोगों के देश छोड़ने के प्लान पर कुछ ब्रेक लग गया था, लेकिन अब फिर से अमीरों ने विदेशों में बसने का फैसला कर लिया है और ताजा आंकड़ा इस बात का उदाहरण है। गौरतलब है कि हाई नेटवर्थ वाले लोगों में ऐसे अमीर शामिल होते हैं, जिनके पास एक मिलियन डॉलर या उससे अधिक की संपत्ति होती है। हालांकि, इस पलायान के साथ ही भारत में नए करोड़पतियों की तादाद में भी इजाफा देखने को मिल रहा है। इसके साथ ही रिपोर्ट में ये उम्मीद भी जाहिर की गई है कि स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग बेहतर होने के बाद देश छोड़ने वाले ये अमीर भारत में दोबारा वापस आ सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, रूस-चीन और भारत ही नहीं, बल्कि हांगकांग एसएआर, यूक्रेन, ब्राजील, मैक्सिको, ब्रिटेन, सऊदी अरब और इंडोनेशिया जैसे देशों से भी करोड़पतियों का पलायन जारी है और इसकी दर में इजाफा हो रहा है। पिछले 10 सालों में करोड़पतियों के देश छोड़ने की दर लगातार बढ़ी है। कोरोना काल के दौरान 2020-21 में इस दर में कमी देखने को मिली थी। रिपोर्ट में रूस के हमले झेल रहे यूक्रेन के बारे में कहा गया है कि 2022 के अंत तक यूक्रेन के हाई नेटवर्थ वाले 42 फीसदी लोग देश छोड़ सकते हैं।
हेनले एंड पार्टनर्स के अनुसार 2022 में अब तक दुनिया के तमाम देशों में से लगभग 88,000 हाई-नेटवर्थ वाले लोग (HNI) दूसरे देशों में गए हैं। भारत-रूस और चीन के अलावा हांगकांग से 3,000 अमीर और यूक्रेन से 2,800 करोड़पतियों ने पलायन किया है। बिट्रेन इस लिस्ट में 1,500 अमीरों के पलायन के साथ सातवें नंबर पर है। वहीं जिन देशों में ये अमीर अपना नया ठिकाना तलाश रहे हैं। उनमें यूएई, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया टॉप पर हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, अपना देश छोड़ने वाले करोड़पतियों में से यूएई में इस साल 4,000, ऑस्ट्रेलिया में 3,500 और सिंगापुर में 2,800 लोग पहंचे हैं।