- अमेठी में स्मृति ईरानी के सामने केएल शर्मा
- फिलहाल प्रियंका चुनाव मैदान में नहीं उतरेगी
अमेठी/रायबरेली। उत्तर प्रदेश की अमेठी और रायबरेली की जिन दो लोकसभा सीटों को कांग्रेस और नेहरू परिवार की पैतृक सीटों में शुमार किया जाता है उन दोनों ही सीटों पर कांग्रेस ने अंतिम समय तक प्रत्याशियों के नामों की घोषणा न करके जो सस्पेंस बनाया हुआ था वह आज सुबह समाप्त हो गया। कांग्रेस ने अमेठी की सीट से गांधी परिवार के अति निकटतम और भरोसेमंद किशोरी लाल शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है वहीं राहुल गांधी को रायबरेली से प्रत्याशी घोषित किया गया है। कांग्रेस द्वारा अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा के तुरंत बाद पूरे परिवार और लाव—लश्कर के साथ रायबरेली और अमेठी का रुख किया गया जहां दोनों ही प्रत्याशियों द्वारा अपने—अपने नामांकन पत्र भरे गए। आज नामांकन का अंतिम दिन था। इसके साथ ही कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को चुनाव मैदान में न उतार कर सभी को चौका दिया है।
लंबे समय से यह चर्चा आम थी कि राहुल गांधी एक बार फिर अमेठी से स्मृति ईरानी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरेंगे। अमेठी की जनता और कार्यकर्ता भी इसके लिए लगातार दबाव बना रहे थे वहीं प्रियंका गांधी को रायबरेली से चुनाव मैदान में उतारने के कयास लगाए जा रही थे, लेकिन इसके उलट फैसला लेते हुए कांग्रेस ने राहुल गांधी को रायबरेली और केएल शर्मा को अमेठी से चुनाव मैदान में उतारा है। अमेठी और रायबरेली की इन दोनों सीटों पर लंबे समय तक गांधी परिवार का कब्जा रहा है। फिरोज गांधी से लेकर इंदिरा गांधी और संजय गांधी तथा राजीव गांधी के बाद सोनिया गांधी और राहुल गांधी चुनाव लड़ते रहे हैं। 2019 के चुनाव में अमेठी से राहुल गांधी के चुनाव हारने के बाद 2024 में उनके वायनाड (केरल) के साथ एक बार फिर अमेठी से चुनाव लड़ने की संभावना थी।
उधर भाजपा जिसने अपनी पहली सूची में अमेठी से स्मृति ईरानी को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया था रायबरेली सीट पर प्रत्याशी की घोषणा करने के लिए कल तक इंतजार किया गया लेकिन जब कांग्रेस ने अपने पत्ते नहीं खोले तो दिनेश प्रताप सिंह को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया गया। जहां रायबरेली सीट से कांग्रेस को आसान जीत मिलने की बात कही जा रही है वहीं अमेठी सीट पर भी स्मृति ईरानी और केएल शर्मा के बीच कड़े मुकाबले की संभावना जताई जा रही है। केएल शर्मा विगत 30 सालों से कांग्रेस और गांधी परिवार के साथ है तथा इस परिवार के चुनाव की कमान संभालते रहे हैं उन्हें कोई हल्के प्रत्याशी के तौर पर नहीं देखा जा रहा है। उनके नामांकन से पूर्व प्रियंका आज खुद अमेठी पहुंची और शर्मा को पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ाने का उन्होंने ऐलान किया। कांग्रेस ने प्रियंका के स्टार प्रचारक होने के कारण उन्हें चुनाव मैदान में नहीं उतारने की बात कही गयी है लेकिन चर्चा है अगर राहुल गांधी दोनों सीटों से चुनाव जीत जाते हैं तो वह सीट छोड़ने की स्थिति में प्रियंका को रायबरेली से चुनाव में उतार सकते हैं।