लखनऊ। लखीमपुर हत्याकांड में भले ही मुख्य आरोपी मंत्री पुत्र आशीष को पुलिस हिरासत में जेल भेजा जा चुका हो लेकिन केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा के मंत्री पद पर बने रहने और घटना पर खेद व्यक्त करने की बजाय आक्रोश भरे तेवरों को पार्टी नेताओं ने गंभीरता से लिया है। भाजपा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष स्वतंत्र देव ने आज न सिर्फ अजय मिश्रा को लखनऊ तलब किया है अपितु कठोर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि नेता होने का मतलब यह नहीं है कि आप अपनी कार से किसी को भी कुचल दें।
उल्लेखनीय है कि 3 अक्टूबर की इस घटना में 4 किसानों सहित नौ लोगों की मौत हो गई थी जिसमें उनके बेटे द्वारा अपनी जीप से कुचलकर किसानों की हत्या करने का आरोप है। केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ने अब तक इस घटना पर न तो अफसोस जताया है और न वह यूपी के सीएम से एक बार भी मिले हैं न स्वतंत्र देव से। इसके उलट वह किसानों को ही घटना के लिए दोषी बताते रहे हैं। जिससे भाजपा की छवि खराब हो रही है।
भाजपा के शीर्ष नेता अब उनके इस रवैए से नाराज हैं जिसके कारण उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ सकता है। उधर इस मुद्दे को लेकर पूरे देश में विपक्षी दलों के नेताओं द्वारा अजय मिश्रा के इस्तीफे का दबाव बनाया जा रहा है। प्रियंका इसके विरोध में आज लखनऊ में मौन व्रत कर रही हैं वहीं महाराष्ट्र सरकार ने भी बंद किया हुआ है।