मुंबई। महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर चल रहा आंदोलन बीड जिले में हिंसक हो गया है। जिले में पांच से छह स्थानों पर आगजनी की घटनाएं हुई हैं। एनसीपी विधायक प्रकाश सोलंके, विधायक संदीप क्षीरसागर, जयदत्त क्षीरसागर के बंगले में आग लगा दी गई। इसके अलावा माजलगांव नगर परिषद के कार्यालय में आग लगा दी गई। वहीं एक दमकल गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया गया है। बीड-छत्रपति संभाजीनगर रोड पर एक होटल में भी आग लगा दी गई है। ऐसे में कलेक्टर दीपा मुधोल मुंडे ने एक बड़ा फैसला लिया है। बीड जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है। युवा आंदोलनकारियों की नजर नेताओं के घरों पर है। एनसीपी के दो विधायकों और एक पूर्व मंत्री के घरों में आग लगा दी गई। प्रदर्शनकारियों ने बीड जिले में एनसीपी विधायक संदीप क्षीरसागर के घर में आग लगा दी। उनके घर पर खड़ी गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया गया। पुलिस के मुताबिक, अभी तक किसी के घायल होने की खबर नहीं है। मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जारंगे जालना के अंतरौली में 6 दिन से (25 अक्टूबर से) भूख हड़ताल पर हैं। सीएम ने मंगलवार सुबह उनसे बात की, इसके बाद उन्होंने पानी पिया। मराठा आरक्षण की मांग पर भूख हड़ताल पर बैठे एक्टिविस्ट मनोज जरांगे ने कहा कि, मराठाओं को पूरे महाराष्ट्र में आरक्षण चाहिए न कि कुछ क्षेत्र में। मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जारंगे जालना के अंतरौली में छह दिन से भूख हड़ताल पर हैं। सीएम शिंदे ने मंगलवार सुबह उनसे बात की और इसके बाद उन्होंने पानी पिया। बता दें कि राज्य में दो दिनों में राज्य परिवहन निगम की 13 बसों में तोड़-फोड़ की गई है, जिस कारण 250 में से 30 डिपो बंद करने पड़े। आंदोलनकर्ताओं ने उमरगा तहसील के तुरोरी गांव में कर्नाटक डिपो की एक बस में आग लगा दी।