सरकार यूक्रेन में फंसे छात्रों का डाटा जुटाने में जुटी

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छात्र—छात्राओं के परिजनों का हाल बेहाल
अब तक 78 छात्रों का डाटा मिला
सीएम ने दिया सुरक्षित वापसी का भरोसा

देहरादून। रूस के हमले के कारण यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों और नागरिकों की सुरक्षित वापसी के सरकारी आश्वासनों के बीच अपनों की जान की सुरक्षा को लेकर उनके परिजन बेहद परेशान हैं। यूक्रेन में उत्तराखंड के कितने छात्र व नागरिक फंसे हुए हैं, सरकार अब उनका डाटा तैयार करवा रही है। अब तक 78 छात्र—छात्राओं की जानकारी सरकार को मिल सकी है। इसके लिए सरकार ने जहंा हेल्पलाइन नंबर और ईमेल का सहारा लिया है वही मुख्य सचिव ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों व एसएसपी को निर्देश दिए हैं कि वह यूक्रेन में फंसे लोगों की तत्काल जानकारी जुटाकर सरकार को दें। इसके लिए एक नोडल अधिकारी की भी नियुक्ति कर दी गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि वह यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड वासियों की सुरक्षित वापसी के प्रयासों में जुटे हैं। सभी लोगों का डाटा तैयार किया जा रहा है तथा भारतीय विदेश मंत्रालय से लगातार वह संपर्क बनाए हुए हैं। उन्होंने बताया कि कई लोगों के परिजनों से उनकी वार्ता हुई है। हमारे कितने लोग यूक्रेन में फंसे हैं इसका डाटा तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों को सुरक्षित लाया जाएगा।
उधर डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि अब तक 78 लोगों की जानकारी मिल सकी है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में उत्तराखंड के कुल कितने लोग हैं इसका कोई डाटा उपलब्ध नहीं है, इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 112 जारी किया गया है तथा ईमेल से लोग अपनों के बारे में जानकारी दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी व सभी एसएसपी को डाटा जुटाने को कहा गया है जिसमें लोगों का पूरा नाम पता फोन नंबर व पासपोर्ट आदि की जानकारी जुटाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही पूरा डाटा तैयार हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि राज्य के हरिद्वार, उत्तरकाशी, चमोली और नैनीताल सहित अनेक जिलों के छात्र—छात्राएं यूक्रेन में पढ़ाई करने गए हुए हैं जो वहीं फंसे हुए हैं। अनेक छात्र—छात्राओं के वीडियो मिल रहे हैं तथा उनके परिजनों द्वारा सरकार से संपर्क किया जा रहा है। रूस के हमले के बाद यूक्रेन से सभी हवाई सेवाएं बंद है तथा अपनी सुरक्षा को लेकर यूक्रेन में फंसे लोग और उनके परिजन परेशान हैं।


सरकार छात्रों की मदद करेंः हरीश


देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने यूक्रेन में फंसे भारतीय व उत्तराखंड के छात्रों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई गई है। उनका कहना है कि सरकार को थोड़ा पहले जागने की जरूरत थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि छात्र कहां से डालर लाए, सरकार को छात्रों की मदद करनी चाहिए उन्होंने कहा कि सरकार के पास डाटा तक नहीं है कि हमारे कितने लोग यूक्रेन में फंसे हुए है। उन्होंने कहा कि सरकार को छात्रों की वापसी के गंभीर प्रयास करने चाहिए।

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