नई दिल्ली। माफिया मुख्तार अंसारी को शस्त्र लाइसेंस दिए जाने की संस्तुति करने वाले पुलिस अधिकारी कृष्ण प्रताप सिंह को यूपी सरकार ने निलंबित कर दिया है। मऊ में कोतवाल के पद पर तैनाती के दौरान उन्होंने यह संस्तुति की थी। वर्तमान में कृष्ण प्रताप बहराइच में डिप्टी एसपी हैं। मुख्तार अंसारी अभी बांदा जेल में बंद हैं और उसकी सुरक्षा के लिए जेल प्रशासन के साथ कानपुर के एक डिप्टी जेलर की ड्यूटी लगाई गई है। जेल प्रशासन के मुताबिक, मुख्तार की सुरक्षा में करीब 32 सुरक्षाकर्मी 24 घंटे में ड्यूटी पर लगाए गए हैं। जिसमे अंदर की बैरक में रहने वाले सुरक्षाकर्मी बॉडी कैम से लैस रहते हैं। यानी हर गतिविधि की नजर कैमरे में रिकॉर्ड होती है। वहीं,मुख्तार के बेटे और मऊ विधायक अब्बास की भी मुश्किलें बढ़ गई हैं। क्योंकि अब उसकी संपत्ति कुर्क की जाएगी। एमपी-एमएलए कोर्ट ने यह आदेश जारी किया है। अब्बास ने साल 2012 में लखनऊ से जारी किए गए शस्त्र लाइसेंस को बगैर सूचना दिए ही दिल्ली के पते पर ट्रांसफर कराया था। इसके बाद मामला कोर्ट में पहुंचा। कोर्ट में लगातार गैर हाजिर होने के कारण एमपी-एमएलए कोर्ट ने अब्बास की संपत्ति कुर्की के आदेश दिया है। अब्बास के खिलाफ कई मामले चल रहे हैं। ऐसे ही मनी लॉन्ड्रिंग मामले में वो फरार है। बीते दिनों उसे ‘भगोड़ा’ घोषित कर दिया गया था। अब्बास के खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी हो चुका है। अब वो देश छोड़कर भाग नहीं सकेगा। यूपी पुलिस उसकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।