- हत्यारे फरार, एसटीएफ—एसआईटी सहित स्थानीय पुलिस जांच में जुटी
उधमसिंहनगर। श्री नानकमत्ता गुरूद्वारा के कारसेवा प्रमुख की आज सुबह बाइक सवार दो बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी गयी। हत्या की घटना को अंजाम देकर हत्यारे फरार होने में सफल रहे। हालांकि गोली लगने के बाद उन्हे अस्पताल पहुंचाया गया जहंा चिकित्सकों द्वारा उन्हे मृत घोषित कर दिया गया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। मामले की गम्भीरता को देखते हुए सीएम व डीजीपी द्वारा जांच एसटीएफ व एसआईटी को सौंप दी गयी है।
जानकारी के अनुसार आज सुबह बाइक सवार दो बदमाश प्रातः 6 बजे डेरा कार सेवा में पहुंचे। बताया जा रहा है कि बाबा तरसेम सिंह उस वक्त अपने डेरे के पास सुबह की सैर पर निकले थे। जिन पर बदमाशों द्वारा अचानक फायरिंग कर दी गयी और घटना को अंजाम देकर बदमाश फरार हो गये। फायरिंग की आवाज सुनकर घटनस्थल पर पहुंचे सेवादारों ने बाबा को खटीमा स्थित अस्पताल पहुंचाया। जहंा चिकित्सकों द्वारा उन्हे मृत घोषित कर दिया गया।
बाबा तरसेम सिंह की हत्या से पूरे तराई क्षेत्र में तनाव है। वह पिछले कई सालो से श्री नानकमत्ता गुरुद्वारे के कार सेवा प्रमुख थे और उन्होने गुरुद्वारे के पुनर्निर्माण में अपना सम्पूर्ण जीवन को समर्पित किया था। उनकी हत्या क्यों और किसने की? इस पर अभी तक रहस्य बना हुआ है, बाइक सवार युवक चेहरा ढके हुए थे और वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हो गए। आरोपियों की तलाश में न सिर्फ पुलिस बल्कि डेरा नानकमत्ता के हथियारबंद अंगरक्षक, निहंग भी खोज अभियान चलाए हुए हैं।
हालात को देखते हुए एडीजी ( कानून व्यवस्था) ए अंशुमान ने एसटीएफ को उधम सिंह नगर पुलिस के साथ इस केस पर लगाया है और घटना की जांच के लिए एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम भी गठित कर दी है। वहीं बाबा तरसेम सिंह की हत्या पर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि उनके साथ कई वर्षाे से रिश्ता रहा है वह गुरु घर के समर्पित एक तपस्वी सेवक थे। उनकी हत्या की घटना निंदनीय है। धामी ने घटना की जांच और आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए डीजीपी को सख्त दिशा निर्देश दिए हैं। वहीं मामले में डीजीपी अभिनव कुमार द्वारा त्वरित कार्यवाही हेतू एसआईटी का गठन किया गया है। डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि एसआईटी को निर्देशित कर दिया गया है कि वो घटना से जुड़े हर पहलू की गंभीरता से जांच करेगी, साथ ही हमलावरों की पहचान कर न केवल उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करेगी बल्कि घटना के पीछे अगर कोई षड्यंत्र या साजिश है तो उसका भी पर्दाफाश करेगी