- अस्पतालों में कोविड की जांच शुरू
- लोगों को मास्क पहनने की दी जा रही है सलाह
- देश में अभी भी 17 सौ से ज्यादा मरीज
देहरादून। कोरोना के नए वायरस जे एन—1 को लेकर स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हो गया है। दून मेडिकल कॉलेज में कोरोना के संदिग्ध मरीजों की जांच का काम शुरू हो गया है तथा मरीजों और आम आदमी के लिए एसओपी जारी करने पर विचार किया जा रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा केरल में जे एन—1 का मामला सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को एहतिहात बरतने के निर्देश दिए जाने के बाद राज्य का स्वास्थ्य महकमा भी अब हरकत में आ गया है। इन दिनों बढ़ते सर्दी के प्रकोप के कारण बच्चों और बुजुर्गों में सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार के मामले बढ़ते जा रहे हैं तथा अस्पताल में ऐसे मरीज बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।
दून अस्पताल जो राजधानी का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है तथा इसी अस्पताल में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सबसे बड़े स्तर पर इलाज की व्यवस्था की गई थी। एक बार फिर वहां सभी तैयारियाें को परखा जा रहा है जिससे कल आने वाले समय में अगर कोरोना के नए मामले सामने आते हैं तो मरीजों का ठीक से इलाज हो सके।
अभी बुखार खांसी और निमोनिया जैसी बीमारी के कारण जो मरीज भर्ती हैं उनका कोविड टेस्ट कराया जा रहा है। हालांकि अभी अनिवार्य नहीं है लेकिन यह लक्षण कोरोना मरीजों में भी समान्यता पाए जाते हैं। इसलिए अहतियात के तौर पर ही उनकी जांच कराई जा रही है। वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस तरह के मरीजों तथा आम आदमी के लिए भी एसओपी जारी करने पर विचार किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि लोगों को मास्क लगाना चाहिए खासतौर से अस्पताल तथा अन्य भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जाने के लिए मास्क का प्रयोग किया जाए, वहीं अगर सांस लेने में दिक्कत हो तो तुरंत अस्पताल आना चाहिए। उल्लेखनीय है कि देश में अभी कोरोना के 1700 से अधिक सक्रिय मरीज हैं। तथा मौतों का सिलसिला भी जारी है, डॉक्टरों का कहना है कि बचाव में ही सुरक्षा संभव है।