हरिद्वार। गंगा दशहरा स्नान पर्व पर धर्मनगरी के गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी ब्रह्म कुण्ड समेत गंगा के विभिन्न घाटों पर पुण्य की डुबकी लगा पुण्य अर्जित किया। तड़के सुबह शुरू हुआ स्नान का क्रम दिन भर जारी रहा।
गंगा दशहरा स्नान के लिए घाटों पर तड़के सुबह से ही श्रद्धालुओ की भीड़ जुटने लगी थी। गंगा दशहरा पर गंगा में स्नान करने का सबसे अधिक महत्व बताया गया है। मान्यता है कि आज ही के दिन मां गंगा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था। बताया जाता है कि जिस दिन मां गंगा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था उस समय 10 योग बने थे। इसी कारण से आज के दिन गंगा में स्नान करने से 10 प्रकार के पापों का नाश हो जाता है। आज गंगा दशहरा पर्व पर 10 में से 5 योग मिल रहे हैं। अभिजित मुहूर्त सुबह 11.47 से दोपहर 12.40 तक स्नान के सर्वाेत्तम रहा। जबकि मध्याह्न में मां गंगा का पूजन के लिए सर्वाेत्तम योग रहा। दोपहर 1 बजकर 7 मिनट से ज्येष्ठ एकादशी तिथि आरम्भ हो गई। इसी के साथ गंगा दशहरा पर्व पर गंगा स्नान के बाद दस वस्तुओं के दान का भी महत्व बताया गया है। इसी कारण से लोगों ने स्नान के बाद दान आदि कर्म किए।
स्नान पर्व पर तीर्थनगरी में भारी भीड़ रही। जिस कारण से पुलिस प्रशासन का यातायात प्लान लागू करना पड़ा। जाम के कारण वाहन सड़कों पर रेंगकर चलते दिखाई दिए। जिला प्रशासन ने मेला क्षेत्र को चार सुपर जोन और 16 जोन, 37 सेक्टर में बांटा था। मेला क्षेत्र में 764 पुलिस अधिकारी, कर्मचारी और चार पीएसी की कंपनी, दो बीडीएस, दो फायर यूनिट, प्लड कंपनी की तैनाती की गई थी।