वीआईपी वाहनों के लिए बार—बार रोका जाता है यातायात
जाम में फंसी जनता की नहीं है नेताओं या पुलिस को परवाह
देहरादून। राजधानी में तमाम दावों के बावजूद लोगों को जाम के झाम से मुक्ति नहीं मिल पा रही है। आलम यह है कि दून की वीआईपी रोड बनी ईसी रोड में भी इस कदर जाम लग रहा है कि लोगों को आराघर चौक से लेकर ईसी रोड को पार करना भी किसी चुनौती से कम से नहीं है। यह हालात भी तब उत्पन्न हुए जब आज खुद डीएम ईसी रोड पर स्मार्ट सिटी के काम की जांच करने के लिए निकले।
इसके बावजूद आज ईसी रोड पर लगभग पूरा दिन जाम लगा रहा और आम लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। आखिर इस रोड पर आज इस तरह जाम लगने का क्या कारण रहा और ऐसे समय में वे पुलिस अधिकारी कहां थे जिन्हें एक खास समय में फील्ड में रहने के लिए निर्देशित किया गया था।
आज सुबह से ही ईसी रोड पर यातायात व्यवस्था पूरी तरह से धराशायी रही। आराघर चौक से सर्वे चौक या उससे भी आगे सचिवालय चौक तक पहुंचने में कम से कम आधे से एक घंटे का समय लग रहा था। ईसी रोड पर आज वाहन रेंगते हुए दिखाई दे रहे थे लेकिन लोगों को इस जाम से छुटकारा दिलाने के लिए चंद यातायात कर्मी ही चौराहों पर नजर आए जबकि पुलिस कप्तान द्वारा ऐसे समय में पुलिस अधिकारियों को भी फील्ड में उतर कर व्यवस्था संभालने के लिए निर्देशित किया गया है लेकिन ऐसा लगता है कि दावों के अलावा यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए कोई कार्यवाही नहीं की जाती है।
सुबह के समय स्कूल जाने वालों की बात करें या कार्यालय जाने वालों की। सबको जाम से जूझना पड़ा। यहां तक कि आराघर चौक से एक एंबुलेंस सायरन बजाती रही मगर जाम इस कदर था कि एंबुलेंस को भी जाने का रास्ता नहीं मिला। पूरा दिन इस वीआईपी रोड पर ऐसे हालात रहे लेकिन लोगों को इन हालात से क्यों जूझना पड़ा इसका जवाब यातायात पुलिस को देना होगा।
आज ईसी रोड पर यह हालात तब दिखाई दिए जब डीएम डा. आर राजेश कुमार अन्य अधिकारियों के साथ स्मार्ट सिटी के कार्यों को जांचने के लिए ईसी रोड पर मौजूद थे। डीएम के निरीक्षण के दौरान ईसी रोड पर लगे जाम को लेकर यही सवाल उठता है कि जब डीएम के समक्ष ही यातायात व्यवस्था नहीं संभल रही है तो अन्य दिनों में सड़कों पर क्या हालात होते होंगे इसे समझा जा सकता है।