नई दिल्ली। पंजाब की संगरूर जेल में शुक्रवार को जेल में बंद कैदियों के बीच मारपीठ की घटना सामने आई जिसमें की दो कैदियों की मौत हो गई और दो अन्य कैदी गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें पटियाला के अस्पताल में रेफर किया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही सबसे पहले चारों कैदियों को संगरूर के सरकारी अस्पताल में भेजा गया। मरने वाले कैदियों के नाम हैं हर्ष और धर्मेंद्र। इसके अलावा गगनदीप सिंह और मोहम्मद शाहबाज गंभीर रूप से घायल हैं। कैदियों के बीच इतनी भंयकर झड़प की खबर के बाद पूरी जेल में हडकंप मच गया। पुलिस जानना चाहती है कि आखिर क्या वजह रही होगी की जेल में कैदियों के बीच इतनी भयंकर लड़ाई हो गई। अस्पताल के डॉक्टर डॉ. करनदीप कहेल कहते हैं, ‘इस अस्पताल से कुल 4 मरीज जेल से लाए गए थे। 2 की मौत हो गई और 2 लोग गंभीर स्थिति में हैं, उन्हें आगे के उपचार के लिए पटियाला को रेफ़र किया गया है।’
मामले की जांच करने पहुंचे पंजाब जेल डीआईजी सुरेंद्र सैनी ने बताया कि तकरीबन शाम के 7 बजे जब कैदियों की गिनती करके उन्हें बैरक में बंद किया जा रहा था, तभी कुछ कैदियों ने दूसरी बैरक के अंदर जाकर चार कैदियों पर गंभीर तरीके से तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। पुलिस ने तुरंत सभी को छुड़ाया। इसके बावजूद दो कैदियों की मौत हो गई। पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जेलों में कैदियों को लेकर सख्त नियम होते हैं। उन्हें इस तरह के कपड़े व अन्य चीजें उपलब्ध नहीं कराई जातीं, जिससे वे किसी को नुकसान पहुंचा सकें। कैदियों तक पहुंचने वाली हर चीज की जांच की जाती है। उनसे जो लोग मिलने जाते हैं, उनकी भी कड़ी चेकिंग होती है। जेल में कैमरे से भी नजर रखी जाती है। ऐसे में सवाल है कि इतनी सख्त सुरक्षा व्यवस्थाएं होने के बाद भी संगरूर जेल में धारदार लोहा कैदियों के पास कहां से आया।