November 28, 2023शहरी विकास मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने हरी झंडी दिखा किया रवाना देहरादून। आम जनों को केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में जागरूक करने और उन्हें उन योजनाओं का लाभ देने के उद्देशय से शुरू की गई विकसित भारत संकल्प यात्रा को आज शहरी विकास मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने देहरादून नगर निगम से हरी झंडी दिखा कर देहरादून के शहरी क्षेत्रों लिए रवाना किया गया।विकसित भारत संकल्प यात्रा के रथ को हरी झंडी दिखाने के बाद शहरी विकास मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य भारत सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जन—जन तक पहुँचाना है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इस यात्रा में तमाम विभाग जो योजनाओं को संचालित कर रहे हैं वो अलग—अलग स्थानों पर कैंप लगाएंगे और जो लोग किसी कारण से योजनाओं के लाभ से वंचित रहे हैं, उन्हें उसका लाभ देंगे। उन्होने कहा कि केंद्र सरकार जनजातीय, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में विकसित भारत यात्रा का आयोजन कर रही है।विकसित भारत यात्रा के दौरान लोगों को भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने की शपथ भी दिलवाई जाएगी, ताकि इस उदेश्य में सबकी भागीदारी सुनिश्चित हो सके। इस दौरान मौजूद लोगों को राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री मोदी का विकसित भारत को लेकर संबोधन भी सुनाया जायेगा।आज विकसित भारत संकल्प यात्रा देहरादून के हर्रावाला पहुंची, जहाँ उसका स्वागत डोईवाला विधायक ब्रिज भूषण गैरोला ने किया। इस दौरान उन्होंने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उद्देश्य है कि भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बने और उसके लिए आम जन की भागीदारी महत्वपूर्ण है। कहा कि ट्टसबका साथ , सबका विकास और सबका विश्वास’ के मन्त्र से ही 2047 तक भारत विकसित राष्ट्र बनेगा। हर्रावाला के बाद यात्रा रथ नेहरू ग्राम रवाना हुआ। इन दोनों स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग, उघोग विभाग, पीएनबी बैंक आदि कई विभागों ने लोगों को योजनाओं के फायदे बताने और उन्हें उसका लाभ देने के लिए कैंप लगाए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित कैंप में लोगों का मुफ्त स्वास्थ्य परिक्षण भी किया जा रहा है। इस दौरान लोगों को विकसित भारत बनाने की शपथ भी दिलवाई गई।
November 28, 2023श्रमिकों को बाहर लाने की तैयारी 17 दिन में हो सका मिशन जिन्दगी पूरा उत्तरकाशी। मिशन जिन्दगी कामयाब। किसी भी समय 17 दिनों से सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर लाया जा सकता है। ड्रिलिंग का काम पूरा हो चुका है, श्रमिको तक पाइप पहुंच चुका है। डाक्टरों की टीमेंं इनका स्वास्थ्य परीक्षण करने के लिए तैयार खड़ी है। मौके पर एनडीआरएफ एसडीआरएफ और पुलिस प्रशासन और जिलाधिकारी सहित तमाम अधिकारी भी मौजूद है। अगर किसी श्रमिक का स्वास्थ्य अच्छा नहीं होता है तो उन्हे एयर लिफ्ट करने का इंतजाम भी किया गया है। अब समाचार लिखे जाने तक सिर्फ श्रमिको को बाहर लाने का इंतजार किया जा रहा है।इससे पूर्व सभी तैयारियों को पूरा कर लिया गया है। मजदूरों को बाहर लाने के लिए पाइप के जरिए एनडीआरएफ के जवान श्रमिकों तक जायेगे। बाहर एक टीम द्वारा उन्हे यहंा बनाये गये स्थायी कैम्प तक लेे जाया जायेगा। उनके परिजनों को भी कैम्प में बुला लिया गया है। जो एम्बूलेंस उन्हे अस्पताल लेकर जायेगी उसमें उनके परिजन भी साथ जायेगें।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केन्द्रीय मंत्री वीके सिंह भी सुरंग से बाहर मौजूद है। 41 एम्बूलेंस श्रमिकों को अस्पताल ले जाने को तैयार रखी गयी है।उल्लेखनीय है कि 12 नवम्बर दीपावली की रात अचानक सुरंग का 50—60 मीटर लम्बा बड़ा हिस्सा ढह जाने से 41 श्रमिक इस सुरंग में फंस गये थे। इस हादसे के बाद प्रारम्भिक दौर में सुरंग में आये मलबे को हटा कर इन श्रमिकों को बाहर लाने का प्रयास किया गया लेकिन दो दिन के प्रयास के बाद यह प्लान नाकाम हो गया। क्याेंकि सुंरग ेसे मलबा निकालने पर पहाड़ से और अधिक मलबा आना शुरू हो गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जब दुर्घटना स्थल पर पहली बार पहुंचे तब इस गम्भीर स्थिति को देखते हुए विशेषज्ञो की राय पर आगर मशीन के जरिए सुरंग में ड्रिलिंग और पाइप डालने का फैसला लिया गया। जिसके लिए दून से आगर मशीन व हरिद्वार से 900 एमएम के पाइप मंगवाने पड़े। इस कार्य के शुरू होने में दो दिन का समय लग गया। और जब काम शुरू हुआ तो तीन पाइप के ड्रिलिंग के बाद ही बाधाएं आना शुरू हो गयी। फिर केन्द्र सरकार की मदद से सेना के माल वाहक विमानो से हैवी आगर मशीन मंगवाई गयी। जिसके बाद फिर ड्रिलिंग का काम शुरू हुआ। लेकिन कदम दर कदम काम के बीच आयी रूकावटों के कारण पाइप 48 मीटर क ड्रिलिंग तक ही पहुंच सका और इस दौरान आगर मशीन का एक बड़ा हिस्सा टूट कर पाइप में फंस गया। जिसके बाद इस प्लान पर दो दिन तक कोई काम नही हो सका और इसकी सफलता पर भी सवाल खड़े हो गये। लेकिन इस बीच सुरंग में फंसे श्रमिको से सम्पर्क होने पर उन तक आक्सीजन तथा खाना आदि पहुंचाने में सफलता मिलने से प्रयासों को आगे बढ़ाने का भी बल मिला।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर इन श्रमिकों को सुरंग से बाहर निकालने के पांच विकल्प तैयार किया गये और सभी विकल्पों पर एक साथ काम शुरू किया गया। लेकिन इसके बाद भी सबसे पहले वाले हारिजेंटल ड्रिलिंग व पाइप पुलिंग पर ही सबसे अधिक उम्मीद जताई गयी थी।
November 28, 2023देहरादून। महिला ने गले में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है।प्राप्त जानकारी के अनुसार बीरपुर डाण्डी मोड निवासी सुनील थापा ने रानीपोखरी थाना पुलिस को सूचना दी कि उसकी पत्नी सुनीता थापा ने दरवाजा बंद कर पंखे से लटकर फांसी लगा ली है। सूचना मिलते ही रानीपोखरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोडकर अन्दर प्रवेश किया तो सुनीता थापा पंखे से लटकी मिली जिसको पुलिस ने नीचे उतारा। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है।
November 28, 2023ठाणे। महाराष्ट्र में ठाणे जिले के एक शख्स ने अपनी मां को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि उन्होंने जो खाना उसे दिया था वो उसे स्वादिष्ट नहीं लगा। शख्स ने मां से इसी बात को लेकर झगड़ा करना शुरू कर दिया फिर दरांती से उनकी गर्दन पर हमला कर दिया। जिसके बाद खून से लथपत महिला ने बेटे के सामने ही दम तोड़ दिया। एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पड़ोसियों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है। घटना मुरबाद तालुका के वेलु गांव की है। जानकारी के मुताबिक, मां-बेटे के बीच अक्सर घरेलू मामलों को लेकर झगड़ा होता रहता था। रविवार शाम को जब 55 वर्षीय महिला ने अपने बेटे को खाना खाने के लिए दिया तो वह गुस्से में तिलमिला उठा। उसने मां से कहा कि तुमने खाना स्वादिष्ट क्यों नहीं बनाया? इसी बात पर दोनों के बीच झगड़ा शुरू हो गया। तभी बेटे ने पास रखी दरांती से मां की गर्दन पर जोरदार वार कर दिया। इससे वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर गईं और उनकी वहीं मौत हो गई। फिर बेटे ने खूब सारी नींद की गोलियां खा लीं और कमरे में जाकर सो गया। पड़ोसियों को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी। साथ ही आरोपी बेटे को अस्पताल पहुंचाया। वहीं, मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। जब आरोपी को होश आया तो पुलिस ने उससे हत्या का कारण पूछा। आरोपी ने कहा कि मेरी मां मुझे स्वादिष्ट खाना नहीं देती थी। इसी बात से मैं उनसे नाराज था। रविवार को भी उन्होंने जो खाना दिया वो स्वादिष्ट नहीं था। मुझे गुस्सा आया तो मेरी उनसे बहस हो गई। मुझे कुछ समझ नहीं आया और मैंने उनपर दरांती से हमला कर दिया। फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। क्योंकि उसका इलाज चल रहा है। पुलिस आगामी कार्रवाई में जुटी हुई है।
November 28, 2023नई दिल्ली। तेलंगाना में 28 नवंबर को एक रैली के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भाजपा के सहयोगी हैं और यही कारण है कि ओवैसी जी पर एक भी केस नहीं है। राहुल ने कहा, “मैं नरेंद्र मोदी जी के दिल में जो नफरत है, उससे लड़ता हूं। यह विचारधारा की लड़ाई हैं, जिससे मेरा परिवार वर्षों से लड़ रहा है। मेरे ऊपर 24 केस हैं, लेकिन ओवैसी जी पर एक भी केस नहीं है। मेरे पीछे हर वक्त ईडी, सीबीआई, आईटी लगी रहती है, लेकिन ओवैसी जी के पीछे कौन सी ऐजेंसी है? ओवैसी जी, पीएम मोदी की मदद करते हैं, इसलिए वह उनको कुछ नहीं करते।” राहुल ने कहा, “तेलंगाना में केसीआर ने दोराला सरकार चला रखी है, जबकि हम प्रजाला सरकार चाहते हैं। शराब, जमीन और रेत में सबसे ज्यादा पैसा बनता है और ये तीनों मंत्रालय केसीआर ने अपने रिश्तेदारों को दे रखे हैं। केसीआर केवल एक काम करते हैं और वो है- तेलंगाना की जनता से पैसा लूटना।” राहुल गांधी ने कहा कि मेरे दो लक्ष्य हैं। पहला लक्ष्य- मोहब्बत के देश से हमें नफरत मिटानी है। इसके लिए पहले यहां केसीआर को हराना है। दूसरा लक्ष्य- फिर नरेंद्र मोदी को दिल्ली में हराना है। यह देश नफरत का नहीं बल्कि मोहब्बत का देश है। इसलिए यात्रा में हमने नारा दिया- ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलनी है। भारत जोड़ो यात्रा’ ने हिंदुस्तान की राजनीति को हमेशा के लिए बदल दिया है। तेलंगाना में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी एक चुनावी सभा को संबोधित किया। बता दें कि तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए 30 नवंबर को मतदान होना है। मुख्यमंत्री केसीआर को घेरने के लिए कांग्रेस ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख रेवंत रेड्डी को खड़ा किया है। तेलंगाना में कांग्रेस और बीजेपी की लड़ाई बीआरएस से ही है। मुख्यमंत्री केसीआर की पकड़ अब भी राज्य पर अच्छी खासी है। यही कारण है कि बीजेपी और कांग्रेस, दोनों दलों के बड़े नेता केसीआर को ही निशाने पर ले रहे हैं।
November 28, 2023कागज—फाइल सब मौजूद फिर भी क्यों नहीं किये जांच के आदेश? देहरादून। नगर निगम में हुए होर्डिंग घोटाले को लेकर अब मेयर सुनील उनियाल गामा जिनका कार्यकाल इसी साल पूरा होने वाला है और इस करोडों़ के घोटाले का खुलासा करने वाले कांग्रेस नेता अभिनव थापर आमने—सामने आ गए हैं।उल्लेखनीय कि बीते दिन कांग्रेसी नेता अभिनव थापर ने नगर निगम में हुए इस बड़े होर्डिंग घोटाले का खुलासा पत्रकार वार्ता में किया था। जिसके बाद मेयर उनियाल ने कहा था कि उनका इस होर्डिंग घोटाले से कोई संबंध नहीं है टेंडर एक प्रक्रिया है जिसके बाद ही काम दिया जाता है अगर कहीं कुछ गड़बड़ी हुई है तो उसकी जांच कराई जाएगी।कांग्रेस नेता अभिनव थापर का कहना है की जांच की बात कर मेयर गामा इस बड़े घोटाले पर लीपापोती करने में लगे हुए हैं। उनका कहना है कि उन्होंने 11 अक्टूबर 2023 को इस मामले में उन्हे पत्र सौंपा था जिस पर उन्होंने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। उनका कहना है कि अब उनका कार्यकाल भी समाप्त होने वाला है तथा 30 नवंबर को वर्तमान नगर निगम बोर्ड की अंतिम बैठक होने वाली है। इसके बाद नगर निगम में प्रशासक नियुक्त कर दिया जाएगा। उनका कहना है कि मेयर सुनील उनियाल गामा के पास अभी जो संवैधानिक अधिकार है उनका अगर वह इस्तेमाल करें तो वह अभी इस घोटाले की जांच के आदेश कर सकते हैं। उनका कहना है कि लेकिन उन्हें उनकी ऐसी कोई मंशा दिखाई नहीं दे रही है।उल्लेखनीय है कि थापर ने अपनी पत्रकार वार्ता में एक सुनियोजित तरीके से इस घोटाले को अंजाम दिए जाने का आरोप लगाया गया था। उन्होंने कहा था कि अगर सीएम इसकी जांच करायें तो यह 300 करोड़ से अधिक का घोटाला है जिसमें नगर निगम को भी करोड़ों का नुकसान पहुंचा है, तथा हाईकोर्ट के आदेशों का उल्लंघन किया गया है। ब्लैक लिस्टेड कंपनियों को नियमावली को ताक पर रखकर टेंडर दिए जाने का आरोप भी थापर ने लगाया था। थापर ने कहा है कि मेयर सुनील उनियाल भी जांच की बात कर क्यों रहे हैं जांच कराते क्यों नहीं है।