देहरादून। मांगों को लेकर विधानसभा भवन में धरने पर बैठे विधायकों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मना लिया और उनका धरना खत्म करवाया।
आज मुख्यमंत्री धामी जब विधानसभा भवन पहुंचे तो वहां धारचूला विधायक हरीश धामी और केदारनाथ विधायक मनोज रावत धरने पर बैठे हुए थे। सीएम ने उनसे मुलाकात की और उन्हें अपने कक्ष में आमंत्रित किया। विधायक हरीश धामी ने अपने विधानसभा क्षेत्र धारचूला में मोबाईल कनेक्टीविटी की समस्या की बात कहते हुए मोबाइल टावर लगाए जाने का अनुरोध किया। साथ ही उन्होंने क्षेत्र की सड़कों के संबंध में भी अपनी बात कही।
विधायक केदारनाथ मनोज रावत ने कहा कि कोविड संक्रमण में आई कमी को देखते हुए चारधाम यात्रा को पुनः शुरू करने की मांग रखी। मुुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि धारचूला क्षेत्र में मोबाईल कनेक्टीविटी के लिए जल्द से जल्द आवश्यक कार्यवाही की जाए। इसके लिए केंद्र सरकार से भी अनुरोध किया जाए। केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने कहा कि देश में सारे तीर्थ स्थान और सारे पर्यटन स्थल खुल चुके हैं लेकिन उत्तराखंड सरकार ने सिर्फ चारधाम यात्रा बंद कर रखी है। ऐसे में यहां के स्थानीय लोगों और व्यापारियों की रोजी रोटी पर संकट गहरा गया है। रावत ने कहा कि उन्होंने सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए धरना दिया है।
देवस्थानम बोर्ड को लेकर मनोज रावत ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड का शुरू से ही विरोध हो रहा है। तीर्थ पुरोहित और हक हकूकधारी लगातार बोर्ड को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं लेकिन इसको लेकर सरकार का रवैया लगातार उदासीन बना हुआ है। विपक्ष अब इस मामले पर सदन में प्राइवेट बिल लाने जा रहा है। जिसमें वह सत्तापक्ष के विधायकों से भी मत की मांग करेंगे और इस बिल के माध्यम से वह देवस्थानम बोर्ड को निरस्त करने का प्रस्ताव रखेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा के संबंध में राज्य सरकार ने न्यायालय में अपना पक्ष रखा है। बैठक में मुख्य सचिव डॉ एस एस संधु, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर के सुधांशु उपस्थित थे।