प्रदर्शन के दौरान बिगड़ी पूर्व सीएम हरीश रावत की तबियत
देहरादून। बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज और गिरफ्तारी के विरोध में आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं व नेताओं द्वारा कांग्रेस भवन में धरना दिया गया। जिसके बाद जुलूस के रूप में कांग्रेसियो ने डीजीपी कार्यालय कूच किया जिन्हे पुलिस द्वारा बैरिकेटिग लगाकर रोका गया। जहंा पर उन्होने सरकार का पुतला दहन किया।
इस दौरान उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा गया कि सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं, जबकि बेरोजगार युवाओं की छोटी सी मांग है कि जब तक पेपर लीक मामले में की जांच नहीं हो जाती तब तक उत्तराखंड सरकार परीक्षाओं को रद्द करें। उन्होने सरकार पर हठधर्मिता का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार अपनी मनमानी कर रही है। हरीश रावत ने कहा कि सरकार गिरफ्तार किए गए बेरोजगारों को रिहा कर उनसे वार्ता करें और जो भी उनके हक में हो, वैसा फैसला करें। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा सरकार का पुतला भी दहन किया गया। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि सरकार बेरोजगारों पर दबाव डालकर उनके आंदोलन को रोकना चाहती है इसी के चलते आंदोलनकारी शिक्षित बेेरोजगारों पर गम्भीर मुकदमें दर्ज कर उन्हे जेल भेजा गया है।
वही प्रदर्शन के दौरान अचानक हरीश रावत की तबीयत खराब हो गई और वह जमीन पर गिर पड़े जिसके बाद पुलिस कर्मियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के द्वारा आनन—फानन में एंबुलेंस बुलाई गई। जिससे उन्हे अस्पताल पहुंचाया गया।