विधानसभा पर धरना देने से पुलिस ने रोका
10 किलोमीटर दूर एकता विहार धरना स्थल पर छोड़ा
देहरादून। विधानसभा में बैक डोर भर्तियों को लेकर बर्खास्त किए गए कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन आज तीसरे दिन भी जारी रहा। विधानसभा भवन के सामने डेरा जमाए बैठे इन बर्खास्त कर्मचारियों को आज पुलिस ने गिरफ्तार कर 10 किलोमीटर दूर धरना स्थल पर छोड़ दिया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि विधानसभा क्षेत्र एक संवेदनशील क्षेत्र है इसलिए यहां धरना प्रदर्शन नहीं करने दिया जाएगा। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच काफी खींचतान भी देखी गई।
हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से न्यायिक लड़ाई हार जाने के बाद अब यह बर्खास्त 228 कर्मचारी 2016 से पूर्व नियुक्त किए गए कर्मचारियों को भी बर्खास्त करने या फिर अपनी बहाली किए जाने के मुद्दे को लेकर सरकार पर दबाव बना रहे हैं। जबकि अब सरकार अपने फैसले पर अडिग है और न्याय की लड़ाई वह हार चुके हैं ऐसे में इन कर्मचारियों की पुनः बहाली के सारे रास्ते बंद हो चुके हैं देखना यह है कि सरकार 2016 से पूर्व की गयी नियुक्तियो पर क्या निर्णय लेती है हालांकि इस मुद्दे पर भी सरकार का रुख साफ है और वह वनटाइम सेटलमेंट के जरिए इन कर्मचारियों को नियमित कर चुकी है। लेकिन विधानसभा स्पीकर ऋतु खण्डूरी द्वारा इस मुद्दे पर विधिक राय लेनेे के बाद फैसले की बात कही जा चुकी है। बर्खास्त कर्मचारियों द्वारा इस फैसले को आधा इंसाफ बताते हुए उनके खिलाफ भी आज जबरदस्त नारेबाजी की गई तथा उनके पिता बीसी खंडूरी के मुख्यमंत्रित्व काल में हुई नियुक्तियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया गया। इन कर्मचारियों की मांग है कि जब जांच समिति द्वारा अब तक हुई सभी नियुक्तियों को अवैध ठहराया जा चुका है तो उनके खिलाफ ही बर्खास्तगी की कार्रवाई क्यों? सभी को बर्खास्त करें या हमें भी बहाल करें।
आज सुबह से ही विधानसभा पर भारी पुलिस बल तैनात था। सुबह जब दो महिलाओं सहित चार प्रदर्शनकारी यहां पहुंचे तो उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर गाड़ी में बैठा लिया। इसके बाद यहां आने वाले सभी प्रदर्शनकारियों को पुलिस द्वारा बलपूर्वक गिरफ्तार कर एकता विहार स्थित धरना स्थल ले जाकर छोड़ दिया गया।