स्मार्ट सिटी के नाम पर सिर्फ सड़कें खोदीः त्रिवेंद्र
काम की प्रगति निराशाजनक है
जनता के धन का दुरुपयोग हो रहा है
यह भी बताएं कमीशन खोरी किसने कीः कांग्रेस
देहरादून। जिस स्मार्ट सिटी के कामों को लेकर बीते कुछ दिनों से मंत्री और विधायकों द्वारा अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं और विपक्ष हमलावर है उस पर अब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। स्मार्ट सिटी के कामों पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के कामों के नाम पर सिर्फ देहरादून की सड़कों को खोदा जा रहा है।
पूर्व सीएम का कहना है कि स्मार्ट सिटी के कामों की गति अत्यंत ही निराशाजनक है। वे कहते हैं कि उनके समय में स्मार्ट सिटी के कार्यों की प्रगति को लेकर जो सूची आई थी उसमें देहरादून 99वें पायदान से बढ़कर 9वें स्थान पर आ गया था। उनका कहना है कि कोई भी अपनी गलती को स्वीकार नहीं कर रहा है उनमें अपनी गलती स्वीकार करने का साहस नहीं है। उनका कहना है कि आज अगर स्मार्ट सिटी के काम समय पर पूरे नहीं हुए या फिर उनकी गुणवत्ता ठीक नहीं है तो उसके लिए कौन जिम्मेदार है? कोई तो जिम्मेदार होगा?
त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि स्मार्ट सिटी के काम सही और समय पर पूरा न होने से शहर की सूरत बदल गई है और आम लोगों को परेशानियां उठानी पड़ रही है। उनका कहना है कि जितना लंबा समय लग रहा है जनता के धन का दुरुपयोग हो रहा है। त्रिवेंद्र का कहना है कि बार—बार सीईओ का बदला जाना ठीक नहीं है। कार्यदाई संस्थाओं को बदला जा रहा है अधिकारियों को डांटा फटकारा जा रहा है। उनका कहना है कि किसी को डांटने से काम नहीं हो सकता है न अधिकारी बदलने से होगा। मतलब तो सिर्फ बात से होना चाहिए कि काम कैसे हो और समय से हो।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भाजपा के विधायक खजान दास और उमेश शर्मा काऊ द्वारा भी स्मार्ट सिटी के कामों की धीमी गति और परेड ग्राउंड की शक्ल सूरत बदलने को लेकर सवाल उठाए गए थे। मुख्य सचिव ने खुद जाकर परेड ग्राउंड में हुए कामों की समीक्षा की थी। जिसे लेकर कांग्रेस ने भी सरकार की घेराबंदी की थी। अब पूर्व सीएम के द्वारा स्मार्ट सिटी के कामों पर उठाए गए सवालों पर कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने चुटकी लेते हुए कहा है कि उन्हें यह भी बताना चाहिए कि कमीशन खोरी किस—किसने की है।