नई टिहरी की तर्ज पर बसाया जाएगा नया जोशीमठ:
आपदा प्रभावितों को डेढ़ लाख की अंतरिम सहायता

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वन टाइम सेटेलमेंट से सरकार का साफ इन्कार
बद्रीनाथ नहीं वर्णावत की तर्ज पर मिलेगा मुआवजा
अभी दो होटल गिराए जाएंगे, बाकी पर फैसला बाद में

जोशीमठ। ध्वस्तीकरण की कार्यवाही के विरोध के बीच आज मुख्यमंत्री के सचिव मीनाक्षी सुंदरम ने पीड़ित परिवारों से वार्ता के बाद एक पत्रकार वार्ता में प्रभावितों को डेढ़ लाख रुपए एकमुश्त अंतरिम सहायता देने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि इस आशय का सरकार ने आदेश जारी कर दिया है।
उन्होंने कहा कि प्रभावित सभी परिवारों को जिनकी संख्या अब तक 723 है, को एकमुश्त डेढ़ लाख रुपए दिए जाएंगे जिसमें से 50 हजार उनके शिफ्टिंग और जरूरत के सामान के लिए दिए गए हैं तथा एक लाख एडवांस प्रति परिवार मुआवजे के रूप में दिए गए जो पूर्व मुआवजा निर्धारण के बाद समायोजित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त हर परिवार को सरकार द्वारा 5 हजार रूपये राशन के लिए और 4 हजार रूपये प्रतिमाह किराए के लिए दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा प्रभावितों को मुआवजा का वन टाइम सेटलमेंट नहीं किया जा सकता है और न ही उन्हें मुआवजा बद्रीनाथ की तर्ज पर दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ के मास्टर प्लान का मुद्दा अलग था। वह सरकार को अपनी योजना के लिए भूमि लेने का था। जबकि जोशीमठ का मामला आपदा का है। उन्होंने साफ कहा कि उत्तरकाशी के वर्णावत की तर्ज पर ही जोशीमठ आपदा प्रभावितों को उनकी संपत्ति की कीमत के आकलन के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया कि सरकार प्रभावित परिवारों के लिए प्री फेर्बि्रकडिड घर अब नहीं बनाएगी तथा नई टिहरी की तर्ज पर बसाया जाएगा नया जोशीमठ।
उन्होंने कहा कि नया जोशीमठ कहां बसाया जाएगा इसे लेकर सभी की राय ली जा रही है कुछ लोग पीपलकोटी जाने को तैयार हैं कुछ आसपास ही बसना चाहते हैं। सबके अलग—अलग मत हैं इसलिए यह भी हो सकता है कि जो जहां रहना पसंद करें उसकी स्वेच्छा पर ही निर्णय छोड़ दिया जाए उन्होंने कहा कि जहां तक होटल व्यवसायियों की बात है वह पीपलकोटी जाने के इच्छुक हैं।
मकानों को तोड़े जाने के बारे में सचिव ने स्थिति साफ करते हुए कहा कि अभी सिर्फ दो बड़े होटलों को ही तोड़ा जाएगा। बाकी मकानों पर फैसला लोगों की सहमति व स्थितियों के अनुसार ही लिया जाएगा उन्होंने कहा कि अब तक कुल 723 मकान क्षतिग्रस्त घोषित किए गए हैं जिनमें से 86 डेंजर जोन में है उन्होंने कहा कि अब 131 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। तथा इस आपदा से शहर के 9 वार्ड अधिक प्रभावित है।


प्रभावितों की मदद को कल से सड़कों पर उतरेगी कांग्रेस


देहरादून। आपदा के आकलन में राज्य और केंद्र सरकार नाकाम साबित हुई है जिसके कारण आज लोग बड़ी परेशानी में फंसे हैं। यह बात आज आपदा प्रभावितों को मदद और मुआवजे की मांग को लेकर 1 घंटे का मौन व्रत करने वाले पूर्व सीएम हरीश रावत ने कही। उन्होंने कहा कि आज 1 घंटे का मौन व्रत है कल से कांग्रेस आपदा प्रभावितों की मदद के लिए सड़कों पर उतरेगी। उन्होंने कहा कि सरकारों ने समय रहते ध्यान नहीं दिया और अब पीड़ितों की मदद नहीं की जा रही है बिना मुआवजा दिए उनके घर उजाड़े जा रहे हैं।

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