यशपाल आर्य व प्रीतम सिंह प्रबल दावेदार
देहरादून। आज देर शाम कांग्रेस भवन में आयोजित होने वाली बैठक में कांग्रेस नेता विपक्ष के नाम पर फैसला कर सकती है। कांग्रेस ने आज होने वाली इस विधानमंडल की बैठक में अपने सभी 19 विधायकों को मौजूद रहने के लिए कहा गया है।
10 मार्च को आए विधानसभा चुनाव परिणामों में सूबे की जनता ने कांग्रेस को एक बार फिर विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया था। तभी से यह सवाल चर्चाओं के केंद्र में है कि अब नेता विपक्ष कौन होगा। कांग्रेसी नेताओं के लिए यह सवाल अब सबसे अहम हो गया है। चुनाव से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को उनके पद से हटाकर नेता विपक्ष की जिम्मेवारी सौंप दी गई थी और गणेश गोदियाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था जिनसे हार के बाद इस्तीफा ले लिया गया है। ऐसे में अब नेता विपक्ष और नए प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव आवश्यक हो गया है।
कल 29 मार्च से विधानसभा का पहला सत्र होने जा रहा है ऐसी स्थिति में नेता विपक्ष का चयन जरूरी है। बिना नेता विपक्ष कांग्रेस कैसे सदन में जाएगी यह एक अहम सवाल है। यही कारण है कि आज शाम कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक बुलाई गई है लेकिन इस पद के लिए धारचूला विधायक हरीश धामी और राजेन्द्र भंडारी भी दावेदारी कर रहे हैं वहीं पूर्व नेता विपक्ष व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह तथा भाजपा से कांग्रेस में आए यशपाल आर्य भी प्रबल दावेदार हैं। प्रीतम सिंह का कहना है कि फैसला हाईकमान को ही करना है इसलिए वह कुछ नहीं कहना चाहते उन्हें जो जिम्मेवारी दी जाएगी वह उसका निर्वहन करने को तैयार हैं।
प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव की मौजूदगी में यह बैठक आज शाम कांग्रेस भवन में होने जा रही है। प्रदेश प्रभारी इस बारे में सभी विधायकों से अलग—अलग वार्ता करेंगे। लेकिन इस पर कोई आम राय बनना बहुत मुश्किल लग रहा है इसलिए अगर हाईकमान का कोई फैसला हो गया है तो यह हो सकता है कि नेता विपक्ष का आज नाम तय हो जाए। संभावना यही जताई जा रही है कि दोनों वरिष्ठ नेताओं में से कोई एक यशपाल आर्य या फिर प्रीतम सिंह को नेता विपक्ष बनाया जा सकता है। समाचार लिखे जाने तक कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक शुरू नहीं हुई थी।