पत्नी और बेटी भी सह अभियुक्त
जप्त की जाएगी परिसंपत्तिया
देहरादून। आय से अधिक संपत्ति जमा करने के मामले में जेल में बंद उत्तराखंड के पूर्व आईएएस अधिकारी रामविलास यादव की मुश्किलें अब और अधिक बढ़ गई हैं। विजिलेंस जांच के आधार पर अब ईडी ने रामविलास यादव पर मनी लांड्रिंग का केस दर्ज कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व आईएएस अधिकारी रामविलास यादव पर उनके रिटायरमेंट से चंद दिन पूर्व विजिलेंस ने जांच करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। रामविलास यादव पर आय से 600 गुना अधिक कमाने का आरोप है। रामविलास यादव को आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले की जांच जब विजिलेंस द्वारा की जा रही थी तभी इस बात का खुलासा हुआ था कि उन्होंने अपने सेवाकाल में अवैध तरीके से की गई कमाई से गाजियाबाद, लखनऊ और गाजीपुर में अनेक परिसंपत्तियों बनाई हैं।
विजिलेंस टीम द्वारा की गई जांच के आधार पर हुए खुलासे के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा रामविलास यादव के खिलाफ मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया गया है। उल्लेखनीय है कि विजिलेंस जांच में पता चला था कि उनकी पत्नी और बेटी के नाम से भी बहुत सारी परिसंपत्तियों बनाई गई हैं। पूछताछ में इसकी जानकारी खुद रामविलास यादव द्वारा दी गई थी कि इनके बारे में वह कुछ नहीं जानते उनकी पत्नी जानती है इसलिए वही बता सकती है। विजिलेंस टीम ने उनकी पत्नी से पूछताछ की। आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में यादव अभी भी जेल में बंद है। ईडी द्वारा अब उनके खिलाफ मनी लांड्रिंग का जो केस दर्ज किया गया है उसमें उनकी पत्नी कुसुम यादव तथा बेटी शिवांगी यादव को भी आरोपी बनाया गया है। ईडी द्वारा अब इस केस की जांच की जाएगी कि उन्होंने किन स्रोतों से कमाई की और उसे कहां कहां छुपाया। ईडी अब उनकी अवैध तरीके से बनाई गई परिसंपत्तियों को भी जप्त करेगी जो लखनऊ, गाजीपुर और गाजियाबाद में बताई गई है।