देहरादून। जाखन क्षेत्र में फुटपाथ व सडक के किनारे सजने वाली दुकाने किसी शह पर लग रही हैं। इसमें स्थानीय पुलिस की भूमिका भी संदेह में है। जिसकी जांच होनी चाहिए।
जहां एक ओर पुलिस अधिकारी फुटपाथों को राहगीरों के लिए साफ रखने की अपील करते रहते हैं तो वहीं जाखन क्षेत्र में फुटपाथों पर ही फलों की व अन्य सामानों की दुकाने दिखनी आम बात हो गयी है। जहां देखों वहीं पर दुकाने सजी है तथा लोगों का तांता लगा हुआ है। जबकि जाखन क्षेत्र में सिनियर सिटीजन मार्निग वॉक व इवनिंग वॉक के लिए जब घर से निकलते हैं तो उनको फुटपाथ की जगह सडक पर चलना पडता है जिससे कई बार दुघर्टनाएं भी हो जाती है जिससे बुजुर्ग लोगों को दो चार होना पडता है। लेकिन स्थानीय पुलिस प्रशासन इस तरफ से आंखे मूंदे बैठा है। चाहे वह जाखन चौकी पुलिस हो या फिर राजपुर थाना पुलिस दोनों ही इस तरफ से मुंह फेर कर बैठे हैं। जाखन चौकी से कुछ कदमों की दूरी पर ही फुटपाथ व सडक पर धडल्ले से दुकानें सुबह से ही सजने लगती हैं। यहां एक बात तो साफ हो जाती है कि बगैर स्थाीनय पुलिस की मिलीभगत के यह दुकानें इतने आराम से नहीं चल सकती है। यहां कुछ ना कुछ तो है जोकि स्थानीय पुलिस की तरफ शक पैदा कर रहा है। अब पुलिस अधिकारियों को चाहिए कि इस तरफ ध्यान दें तथा इन दुकानों को सजाने में जिसका भी हाथ हो उसके खिलाफ कार्यवाही कर फुटपाथ को लोगों के चलने के लिए खाली कराकर स्थानीय जनता को राहत दें।