नई दिल्ली। उत्तर अफ्रीका के मोरक्को देश में भूकंप ने भारी तबाही मचाई है. झटके इतने तेज थे कि कई इमारतें जमींनदोज हो गईं. संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक उत्तर अफ्रीका में बीते 120 सालों में आए भूकंप में यह सबसे शक्तिशाली भूकंप माना जा रहा है।
भूकंप की तीव्रता 6.8 मापी गई है। यह भूकंप देर रात 11:11 बजे आया। अब तक 632 लोग इस भूकंप की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं। भूकंप से हुए विनाश को देखते हुए मरने वालों का आंकड़ा और बढ़ने की आशंका है। लोगों को मलबे से निकालने के लिए बड़े स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। मरने वालों का आकड़ा और बढ़ सकता है। भूकंप का केंद्र मोरक्को के मराकेश शहर से करीब 70 किलोमीटर दूर था। भूकंप इतना जोरदातर था कि उसका असर मराकेश से करीब 350 किलोमीटर दूर राजधानी रबात में भी महसूस किया गया। शक्तिशाली भूकंप के कारण कई निवासियों को सड़कों पर रात बिताने के लिए मजबूर होना पड़ा। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे ने कहा कि यह एक सदी से भी अधिक समय में उत्तरी अफ्रीकी देश के उस हिस्से में आया सबसे तेज झटका था। मोरक्को के सरकारी अल-औला टेलीविजन ने शनिवार को बताया कि घटना में 153 अन्य घायल हो गए। वहीं रॉयल मोरक्कन सशस्त्र बलों ने चेतावनी जारी की है कि भूकंप के झटके अभी और आ सकते हैं। एक निवासी ने न्यूज एजेंसी को बताया कि मराकेश के पुराने शहर में कुछ इमारतें ढह गई हैं। एक्स पर कई क्लिप में इमारतों को ढहते हुए दिखाया गया है। लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं की गई है कि वह किस जगह की हैं। ऐतिहासिक शहर के एक अन्य व्यक्ति ने इसे ‘हिंसक झटका’ कहा। साथ ही इन झटकों को महसूस करने और ‘इमारतों’ के हिलने के अनुभव के बारे में बताया। अब्देलहक अल अमरानी ने न्यूज एजेंसी को बताया, ‘लोग सदमे और दहशत में थे। बच्चे रो रहे थे और माता-पिता व्याकुल थे।’ उन्होंने कहा कि बिजली और फोन लाइनें दस मिनट तक बंद रहीं। एक परिवार एक घर के ढह गए मलबे में फंस गया था। शहर के कई लोगों को अस्पताल ले जाया गया। वहीं अफ्रीकी देश मोरक्को मे आए भीषण भूंकप को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है।