नई दिल्ली। राजद प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव इलाज के लिए सिंगापुर पहुंच गए हैं। सिंगापुर में उनकी बेटी रोहिणी ने उनका स्वागत किया। लालू यादव लंबे समय से किडनी की समस्या से जूझ रहे हैं, ऐसे में वे इलाज कराने के लिए सिंगापुर पहुंचे हैं। लालू यादव की याचिका पर हाल ही में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने उनका पासपोर्ट रिलीज करने की अनुमति दी थी। इसके बाद उनके जाने का रास्ता साफ हो गया था। लालू यादव को हाल ही में एक बार फिर आरजेडी का अध्यक्ष चुना गया है। 5 जुलाई 1997 को स्थापना काल से अबतक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव ही हैं। लालू ऐसे वक्त पर सिंगापुर गए हैं, जब सीबीआई ने जमीन के बदले रेलवे में नौकरी के मामले में सीबीआई ने लालू यादव और उनके परिवार समेत 16 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए लालू यादव ने पटना के 12 लोगों को ग्रुप डी में चुपके से नौकरी दी और उनसे अपने परिवार के लोगों के नाम पटना में जमीनें लिखवा लीं। सीबीआई का दावा है कि लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और हेमा यादव के नाम प्लॉट्स की रजिस्ट्री कराई गई और जमीन की मामूली कीमत नकद में चुकाई गई।
लालू यादव को डाइबिटीज, ब्लड प्रेशर, ह्रदय रोग, किडनी की बीमारी, किडनी में स्टोन, तनाव, थैलीसीमिया, प्रोस्टेट का बढ़ना, यूरिक एसिड का बढ़ना, ब्रेन से सम्बंधित बीमारी, कमज़ोर इम्युनिटी, दाहिने कंधे की हड्डी में दिक्कत, पैर की हड्डी की समस्या और आंख में दिक्कत जैसी कई बीमारियों ने घेर रखा है। पर उनकी सबसे बड़ी समस्या किडनी की ही है। लालू की किडनी लेवल फोर में यानी लास्ट स्टेज में है जो 20 से 25 प्रतिशत तक ही काम करती है। ऐसे में उनका किडनी ट्रांसप्लांट होगा या नहीं, इस पर सिंगापुर में ही फैसला होगा।