नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली का आईजीआई एयरपोर्ट पिछले दिनों भिंडी बाजार बन गया। एयरपोर्ट अथॉरिटी की ऐसी किरकिरी पहले कभी नहीं देखी गई। चारों ओर लोगों का ऐसा जमावड़ा लगा कि सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई। इसके बाद मोर्चा संभालने के लिए खुद नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को मैदान में उतरना पड़ा।
दिल्ली एयरपोर्ट की ऐसी हालत क्यों हुई, अब खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर बताया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि एयरपोर्ट पर पर्याप्त एक्स रे मशीनों का नहीं होना भीड़भाड़ का मुख्य कारण था। उन्होंने ट्वीट किया, ‘9 दिनों के अंदर दिल्ली हवाई अड्डा के सुरक्षा-जांच क्षेत्र में 5 एक्स-रे मशीनें स्थापित की गई हैं। कुल मिलाकर अब 18 एटीआरएस/एक्स-रे मशीनें लग चुकी हैं।’
बता दें किआईजीआई एयरपोर्ट पर यात्रियों की भीड़भाड़ को नियंत्रित करने के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के 1400 अतिरिक्त कर्मी तैनात करने की मंजूरी दे दी गई है। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला की अध्यक्षता में नागरिक उड्डयन मंत्रालय, नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस), आव्रजन ब्यूरो और अन्य हिताधारकों की एक बैठक हुई। यह बैठक विशेष रूप से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु समेत बड़े हवाई अड्डों पर भीड़भाड़ कम करने के लिए किए गए उपायों की समीक्षा के लिए बुलाई गई थी।
बैठक के दौरान बताया गया कि सीआईएसएफ के 1,400 अतिरिक्त जवान जल्द ही इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तैनात किए जाएंगे, जहां तीन टर्मिनलों -1, 2 और 3 और कार्गो क्षेत्र का विस्तार किया जा रहा है। टर्मिनल 1 का नवीनीकरण और विस्तार अगले साल दिसंबर या जनवरी 2024 तक पूरा होने वाला था, लेकिन सरकार चाहती है कि इसे तेजी से पूरा करते हुए नवंबर 2023 में खत्म कर दिया जाए।