मुकदमें वापस नहीं लिए तो यही जान दे देंगे
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने थाने में बांधे मवेशी
बेटी अनुपमा दो दिनों से बैठी है धरने पर
हरिद्वार। बीते दो दिनों से कांग्रेस कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न और उनके खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमों को वापस लेने की मांग को लेकर बहादराबाद पुलिस थाने पर धरने पर बैठी क्षेत्रीय विधायक अनुपमा रावत के समर्थन में अब पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी पहुंच गए हैं, बीती रात वह थाने के सामने बैठे रहे। हरीश रावत के द्वारा अब इस मुद्दे पर हरिद्वार पुलिस के खिलाफ आर—पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया गया है। उनका कहना है कि वह धरना तभी समाप्त करेंगे जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर दर्ज झूठे मुकदमे वापस ले लिए जाएंगे। भले ही उनकी जान ही क्यों न चली जाए।
उल्लेखनीय है कि हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत बीते दो दिनों से थाने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग को लेकर बहादराबाद थाना परिसर में धरने पर बैठी हुई हैं। अनुपमा रावत हरिद्वार ग्रामीण से विधायक हैं उनका आरोप है कि पुलिस द्वारा बेवजह कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न करने के लिए पंचायत चुनाव के दौरान फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए हैं। उनका कहना है कि उनकी जीत से सत्ताधारी दल के नेता बौखलाए हुए हैं और उनके इशारे पर लगातार कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वह सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ थाने पर धरने पर बैठी हुई हैं। कार्यकर्ताओं द्वारा अपनी गाय—भ्ौंसे और बकरियों को भी थाने में लाकर बांध दिया गया है। उनके समर्थन में कल यशपाल आर्य भी गए थे तथा उन्होंने पुलिस की तानाशाही को गलत बताते हुए मुकदमे वापस लेने की मांग की।
बीते कल रात पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी अपनी बेटी के समर्थन में थाने पहुंच गए और पूरी रात थाने के बाहर बैठे रहे। आज सुबह उन्होंने व्यायाम किया और थाना परिसर में साफ सफाई भी की। उनका कहना है कि अगर पुलिस प्रशासन की यही जिद है कि मुकदमे वापस नहीं लिए जाएंगे तो वह भी धरने पर बैठे रहेंगे चाहे यहीं उनकी जान भी क्यों न चली जाए। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मामले में मुख्यमंत्री से भी बात की है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि बहादराबाद थानाध्यक्ष का कहना है कि मुकदमे वापस नहीं लिए जाएंगे।