विनेश तुम्हे देश का सलाम

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विनेश! इस 6 अगस्त 2024 के दिन को कोई भी वह भारतवासी कभी नहीं भूल सकेगा जिसने एक साल पहले तुम्हे देश की राजधानी दिल्ली की सड़कों पर क्रूर सत्ता के हाथों घसीटे जाते रोते और बिलखते देखा था। जब तुम अपनी महिला रेसलर्स के साथ कुश्ती संघ के अध्यक्ष भाजपा सांसद बृजभूषण के द्वारा किये जाने वाले शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न से मुक्ति की मांग को लेकर जतंर—मंतर पर आंदोलन कर रही थी। बीते कल आपने पेरिस ओलम्पिक में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से उन ताकतों को जो माकूल जवाब दिया गया है उसी को हरियाणा की भाषा में लट्ठ गाड़ना बोलते है। सचमुच तुमने तो ऐसा लट्ठ गाड़ दिया है कि सत्ता में बैठे वह लोग जो मुस्करा रहे थे, वह मीडिया जो आपके मैडल लौटाने जैसे काम को भी यह कहकर दुष्प्रचारित कर रहा था कि लौटाना है तो वह उस करोड़ों की राशि को लौटाये या नौकरी को लौटाये जो उन्हे मिली है अब सच में उन लोगों के लिए तुमने कहीं मुंह छिपाने के लिए भी जगह नहीं छोड़ी है। हम तो अब यह सोच रहे है कि आज रात को जब तुम मैडल जीत जाओगी तब प्रधानमंत्री तुम्हे फोन करके बधाई देने की हिम्मत भला कैसे जुटा सकेंगे। जिन्होने तुम्हारे ऊपर होने वाले तमाम अत्याचारों पर एक भी शब्द बोलने की जरूरत नहीं समझी थी। इतिहास कभी भी किसी भी गलती के लिए कभी माफ नहीं करता है। जब साक्षी मलिक ने पदक जीता था तब प्रधानमंत्री ने उन्हे भी अपने आवास पर बुलाया था भारत का नाम रोशन करने पर इन खिलाड़ियों को शाबाशी देने वाले प्रधानमंत्री के बारे में साक्षी मलिक को उस वक्त यही मुगालता था कि प्रधानमंत्री देश की उन बेटियों की बात भला क्यों नहीं सुनेगे? लेकिन इन महिला पहलवानों की बात पीएम तो क्या खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने तक ने भी अनसुनी कर दी गयी। प्री क्वाटर सेमीफाइनल और क्वाटर सेमीफाइनल तथा सेमीफाइनल में अपने प्रतिद्वंदियोंं को पटखनी देकर फाइनल में पहुंचने वाली विनेश स्वर्ण पदक के साथ भारत लौटती है या सिल्वर पदक के साथ यह बात अब कोई मायने नहीं रखती है। क्योंकि उन्होेने अपने प्री क्वाटर फाइनल में जापान की जिस महिला पहलवान सुसाकी को 3—2 से हराया वह चार बार की विश्व चैम्पियन होने के साथ टोक्यो ओलम्पिक की स्वर्ण पदक विजेता थी जिन्होने जीवन भर 82 मुकाबलों में कभी एक बार भी हार का सामना नहीं किया था। विनेश ने इतिहास तो रच ही दिया है बस उनके तमगे का रंग भी आज रात 10 बजे तय होना है। विनेश के घर उत्सव शुरू हो गया है। देश भर से उन्हे बधाईयंा देने वालो का तांता लगा हुआ है। उनके शुभचिंतक और देश के तमाम लोग दुआयें कर रहे है कि वह स्वर्णिम सफलता हासिल करके ही लौटे जो अब तक इतिहास में किसी भारतीय महिला के नाम नहीं है। वहीं देश भर के लोगों की नजरें अब पीएम के उस फोन काल पर लगी हुई है जो पदक जीतने के बाद उन्हे किया जायेगा। देश के तमाम लोग भी यह जानना चाहते है कि पीएम उन्हे किन शब्दों में शाबाशी देते है और देश के गर्व की अनुभूति की बात कहते है। लेकिन जहंा तक देश के आम लोगों की बात है अपने देश की इस बेटी की गौरव गाथा से उनका सीना जरूर गर्व से फूला हुआ है।

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