- सुबह 10 बजे तक 10 तथा 12 तक 27 व 2 बजे तक 42.19 प्रतिशत मतदान
- 100 निकायों के लिए 5405 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे 30 लाख मतदाता
- 65 फीसदी के आस—पास तक पहुंचेगा मतदान प्रतिशत, निर्दलीयों पर सब की नजर
देहरादून। राज्य की 11 निगम, 43 नगर पालिका और 48 नगर पंचायत के लिए आज हो रहे चुनाव को लेकर मतदाताओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है। छोटी सरकार चुनने के लिए आज सुबह 8 बजे मतदान शुरू होने से पहले ही मतदाताओं की मतदान केद्रों के बाहर लंबी—लंबी कतारे लगनी शुरू हो गई थी। अपने नगर क्षेत्र के विकास में किस दल और नेता द्वारा बेहतर काम किया जा सकता है? इस सोच के साथ ही मतदाता अपना प्रत्याशी तय कर रहे हैं।
छोटी सरकार के इस चुनाव में मुख्य मुकाबला भले ही सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्ष कांग्रेस के बीच ही हो रहा सही लेकिन दलीय प्रत्याशियों से तीन गुना संख्या में निर्दलीय प्रत्याशियों के चुनाव मैदान में उतरने से इस चुनाव का रोमांच और भी अधिक बढ़ गया है। खास बात यह है कि भाजपा और कांग्रेस के बागी प्रत्याशी जो चुनाव मैदान में है उनमें से कितने चुनाव जीत पाएंगे यह तो आने वाला समय ही बताएगा लेकिन चुनाव से पूर्व एक सवाल सभी के मन को मथ रहा है कि यह बागी प्रत्याशी किसका खेल बनाएंगे और किसका खेल बिगड़ेंगे।
निर्वाचन आयोग द्वारा मतदान के बारे में 10 बजे जो अधिकृत जानकारी दी गई उसके अनुसार पहले 2 घंटे में औसतन 10 फीसदी मतदान हुआ जब कि अगले 2 घंटे यानी की 12 बजे जो आंकड़े जारी किए गए उसके अनुसार औसतन 27 फीसदी मतदान होने की जानकारी दी गई। निर्वाचन आयोग द्वारा दी गई अधिकृत जानकारी के अनुसार पूरे राज्य में 2 बजे तक 42.19 प्रतिशत मददान हुआ है। निकाय चुनाव में आम जनता का रुझान अधिक इसलिए भी ज्यादा होता है क्योंकि निकाय के निर्वाचित प्रतिनिधियों को जनता के बीच रहकर ही काम करना होता है तथा जनता की छोटी—मोटी समस्याओं का भी समाधान उनके द्वारा ही किया जाता है इसलिए निकाय चुनाव में मतदान का प्रतिशत भी लोकसभा व विधानसभा चुनावों से अधिक रहता है। मतदान शाम 5 बजे तक चलेगा, उम्मीद है कि मतदान प्रतिशत 65 से 70 के बीच रहेगा किंतु इसकी जानकारी देर रात ही मिल सकेगी चुनाव में भाजपा या फिर कांग्रेस किसका पलड़ा भारी रहता है इसका पता 25 जनवरी को मतगणना के बाद ही चल सकेगा। निकाय का चुनाव ईवीएम की बजाय वैलिड पेपर से हो रहा है इसलिए मतदान और मतगणना में भी अधिक समय लगना स्वाभाविक है।





