चंपावत। अपना नामांकन पत्र भरने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज यहां बस स्टैंड के पास एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि चंपावत के लोगों के प्यार और लगाव ने उन्हें चंपावत से चुनाव लड़ने पर मजबूर कर दिया।
कैलाश गहतोड़ी का आभार जताते हुए सीएम धामी ने कहा कि जिनको आपने बनाया था उन्होंने मुझे बनाने की ऐसी जिद ठान ली कि वह विधायक का शपथ लेने के बाद विधानमंडल की बैठक और विधानसभा तक एक बार भी नहीं गए, रात के एक बजे तक मेरे पास बैठे रहे। उन्होंने कहा कि मैंने बचपन में अपने बुजुर्गों से सुना था कि चंपावत के लोग बहुत अच्छे होते हैं। मैं जब चंपावत से चुनाव लड़ना नहीं चाहता था तो गहतोड़ी ने मुझसे कहा कि ठीक है मत लड़ना एक बार मां पूर्णागिरि के दर्शन करने आ जाओ और मैं जब यहां आया तो आप लोगों का जो प्यार देखा, लगाव देखा तो मैंने भी इस प्रस्ताव को मां पूर्णागिरि की इच्छा मान लिया और आपकी सेवा का मौका मुझे मिला।
उन्होंने कहा कि मैं तो खटीमा से चुनाव हार गया था। मैंने सोचा भी नहीं था कि पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व चुनाव हारने के बाद भी मुझे इतनी बड़ी जिम्मेवारी दे सकता है। जिम्मेवारी तो मिल गई लेकिन इसे पूरा करने के लिए फिर चुनाव लड़ने और जीतने की जिम्मेवारी भी आ गई। मुझे नहीं पता था कि यह कैसे पूरी होगी लेकिन अब गोल्ज्यू देवता व मां पूर्णागिरि ने इसका भी रास्ता दिखा दिया है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए तो अपनी पार्टी के ही नहीं दूसरी पार्टियों के विधायक भी अपनी सीट छोड़ने को तैयार थे। लेकिन आपके प्यार और लगाव के सामने सब छोटे पड़ गए। उन्होंने कहा कि चंपावत की सेवा में संकल्प के साथ मैं आपके बीच आया हूं और मुझे आपका जो सहयोग व समर्थन मिल रहा है उसके लिए आपका आभारी हूं।
40 हजार से भी अधिक मतों से जीतेंगेः टम्टा
चंपावत। सांसद अजय टम्टा का कहना है कि मैंने बहुत से चुनाव लड़े हैं और लड़वाने का अनुभव है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को जिस तरह का समर्थन मिलता देख रहा हूं वह रिकॉर्ड मतों से चुनाव जीतकर एक नया इतिहास लिखने जा रहे हैं। उनके अनुसार धामी 40 हजार से भी अधिक मतों से इस चुनाव में जीत दर्ज कर सकते हैं। उधर प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का कहना है कि भाजपा के लिए इस चुनाव में कांग्रेस से कोई चुनौती नहीं है। हमारे नेता व कार्यकर्ता से लेकर पन्ना प्रमुख तक सभी जी जान से जुटे हैं हम बड़ी जीत दर्ज करेंगे।