काबुल के गृह मंत्री के घर छिपा था
21 साल बाद लिया 9/11 का बदला
वाशिंगटन/काबुल। अमेरिकी राष्ट्रपति जो वाइडन ने आज अलकायदा की चीफ अल जवाहरी को मार गिराने का दावा करते हुए कहा कि वक्त चाहे जितना भी लगे इसके कोई मायने नहीं लेकिन अमेरिका अपने दुश्मनों को छोड़ने वाला नहीं है। 21 साल बाद अल जवाहरी के खात्मे के साथ 9/11 का बदला पूरा हो गया है।
प्राप्त सूचनाओं के आधार पर अलकायदा प्रमुख अल जवाहरी अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में गृह मंत्री के घर में छिपा हुआ था जिसे शनिवार सुबह 6.18 बजे उस समय अमेरिका ने मार गिराया जब वह बालकनी में आया। अमेरिका ने बिना किसी युद्ध के और अन्य किसी को क्षति पहुंचाए इस ऑपरेशन को ड्रोन के जरिए दागी गई दो हेल फायर मिसाइलों के जरिए अंजाम दिया गया। अल जवाहरी विश्व आतंकियों की हिट लिस्ट में दूसरे नंबर पर था तथा उस पर अमेरिका द्वारा 25 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित कर रखा था। अमेरिका द्वारा अल जवाहरी पर 2006 व 2011 में हमले किए गए थे लेकिन वह हमलों से पहले ही भाग निकलने में सफल रहा था।
अमेरिका में 9/11 को हुए आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड रहा अल जवाहरी ठिकाने बदलता रहता था। ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान के एब्टाबाद में मारे जाने के बाद उसे अलकायदा की कमान सौंपी गई थी। अमेरिका पर हुए हमले में 2000 से अधिक लोगों की मौत हुई थी 21 साल पहले हुए इस आतंकी हमले ने अमेरिका ही नहीं पूरे विश्व को हिला दिया था। अल जवाहरी की मौत की खबर के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ओबामा ने ट्वीट कर कहा है कि आज का दिन एक बड़ी खुशखबरी लेकर आया है अब उन्हें भरोसा हो गया है कि आतंकवाद के खिलाफ चल रही जंग बिना युद्ध के भी जीती जा सकती है। उन्होंने लिखा है कि निश्चित ही इस खबर से 9/11 के पीड़ितों की आत्मा को शांति मिली होगी। उधर जो वाइडन ने कहा कि अमेरिका अपने किसी भी दुश्मन को न भूल सकता है और न छोड़ सकता है भले ही वह कहीं भी छुप जाए उन्हें हम ढूंढ कर मारेंगे।
अफगानिस्तान की तालिबानी सरकार ने इस कार्यवाही पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे तानाशाही बताया है अमेरिका ने भी जवाब में उसे समझौते का उल्लंघन न करने की नसीहत दी है तथा अपने दूतावास को खाली कर दिया है।