July 5, 2024देहरादून। चंपावत के अमोड़ी क्षेत्र नाबालिग के साथ गैंग रेप की संवेदनशील घटना का महिला आयोग की अध्यक्ष ने संज्ञान लेते हुए सीओ चंपावत व डीपीओ चम्पावत से फोन पर वार्ता करते हुए घटना की जानकारी ली साथ ही उन्होंने पीड़ित किशोरी की सुरक्षा, देखभाल व काउन्सलिंग की उचित व्यवस्था के लिए निर्देश भी दिए है।पुलिस क्षेत्राधिकारी चम्पावत पीएस कफलिया ने घटना की जानकारी में बताया कि मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। तीनो ही आरोपी 25 वर्ष की आयु से अधिक के है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने तत्काल पोक्सो एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में रबीश भट्ट, संजय भट्ट और योगेश थ्वाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। तीनो को जेल भेज दिया गया है।जानकारी के अनुसार चम्पावत के अमोड़ी क्षेत्र के तीन युवकों नाबालिग को बहलाकर बुलाया और फिर उसका अपहरण कर लिया। उसे ट्रक में बैठा लिया और इसके बाद गैंग रेप किया मामले में महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने बहुत ही गंभीर व संवेदनशील बताते हुए कहा कि आज का समय है कि माता पिता को अपने बच्चों की मॉनिटरिंग करनी अत्यंत आवश्यक है कि वो किसके सम्पर्क में है या किससे उनकी दोस्ती है।वहीं आयोग अध्यक्ष ने नाबालिग किशोरी की वन स्टॉप सेंटर में उचित देखभाल के लिए व उसकी काउन्सलिंग के लिए निर्देशित किया है । पीड़िता को 5 दिन के लिए वन स्टॉप सेंटर रखा जाएगा उसके पश्चात आवश्यकता पड़ने पर किशोरी गृह में भेजा जाएगा।
July 5, 2024देहरादून। बीएससी कर रहे एक छात्र ने फांसी लगा दी। थानाध्यक्ष प्रेमनगर गिरीश नेगी ने बताया कि केडीबामगुमहींग लीगिस उम्र-22 वर्ष, निवासी- मकान नं. 64सी, पेउक्वाक्रम कालोनी, पेरेन टाउन, पेरेन नागालैंड डॉल्फिन कॉलेज में बीएससी एग्रीकल्चर छठे सेमेस्टर की पढ़ाई कर रहा था। वह मांडुवाला में पीजी में रहता था। शुक्रवार दोपहर को छात्र के आत्महत्या की सूचना मिली। पुलिस टीम घटनास्थल पर भेजी गई। पुलिस टीम ने छात्र के शव को नीचे उतारा और अस्पताल में दाखिल करवाया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
July 5, 2024मुख्यमंत्री धामी के निर्णय साहसिक एवं ऐतिहासिकः पद्मश्री डाॅ. बी. के. एस. संजयदेहरादून। धामी सरकार ने पिछले तीन सालों में कुछ ऐसे साहसिक एवं ऐतिहासिक निर्णय लिए जैसे कि समान नागरिक संहिता, नकल विरोधी कानून, उपद्रवियों द्वारा नुकसान हुई सरकारी और निजी संपत्तियों के नुकसान करने पर उपद्रवियों या दंगाइयों से भरपाई और वन विभाग की सरकारी जमींन पर अतिक्रमण करने वालों को तय समय में हटाना, महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण और धर्म परिवर्तन के विरुद्ध कानून बनाना इत्यादि। वरिष्ठ ऑर्थोपीडिक एवं स्पाइन सर्जन पद्म श्री डाॅ. बी. के. एस. संजय ने कहा कि समान नागरिक संहिता एवं नकल विरोधी कठोर कानून बनाने वाला उत्तराखंड पहला राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री धामी के कुशल मार्गदर्शन में बनाए गए कानूनों की अच्छाइयों को देखते हुए भारत सरकार इस तरह के कानून पारित करने की तैयारी कर रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में बनाए गए कानून मील के पत्थर साबित होंगे और जिनके परिणाम न केवल अपेक्षित बल्कि दूरगामी होंगे। मुलाकात के दौरान, पद्म श्री डॉ. बी. के. एस. संजय का नाम एक बार फिर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दुबारा उल्लेखित होने के लिए, मुख्यमंत्री धामी ने डॉ. संजय को बधाई एवं शुभकामनाऐं दी और कहा कि आप ऐसे ही भविष्य में अपने देश और प्रदेश उत्तराखण्ड का नाम विश्व पटल पर लाते रहें। डॉ. संजय और उनके सुपुत्र डॉ. गौरव संजय ने हाल ही में अपने द्वारा अंग्रेजी में लिखी ”फ्रॉम द पेन ऑफ सर्जन” पुस्तक की एक प्रति मुख्यमंत्री धामी को भेंट की। जिसके लिए मुख्यमंत्री धामी ने डाॅ. बी. के. एस. संजय और डॉ. गौरव संजय को बधाई एवं शुभकामनाऐं दी।
July 5, 2024भाजपा नेताओं की मानसिकता का परिचायकः प्रीतम सिंह पार्टी का चीमा के बयान से कुछ लेना—देना नहींः महेन्द्र भट्ट देहरादून। एक तरफ उत्तराखण्ड में महिला अपराधों का बढ़ता हुआ ग्राफ है तो वहीं दूसरी ओर इन्हे लेकर होने वाली राजनीति भी उफान पर है। पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा द्वारा कल एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जिस तरह से महिलाआें के पहनावे को लेकर सवाल उठाये गये है उसे लेकर बड़ा बवाल खड़ा हो गया है।पूर्व विधायक चीमा द्वारा अपनी इस विज्ञप्ति में महिलाओं के साथ होने वाली रेप जैसी घटनाओं के लिए उन्हे भारतीय संस्कृति के अनुरूप ही कपड़े पहनने की नसीहत दी गयी है। उनके द्वारा यह बयान ऐसे समय मेंं सामने आया है जब एक तरफ कांग्रेस महिला अपराधों को लेकर उग्र धरने प्रदर्शन कर रही है। वहीं राज्य में दो विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव भी 10 जुलाई को होने जा रहे है। कांग्रेस ने इस मुद्दे को हाथों हाथ लपक लिया है।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रीतम सिंह का कहना है कि महिलाओं को लेकर भाजपा और उसके नेताओं की क्या सोच रही है? यह कोई नई बात नहीं है। बात चाहे पूर्व सीएम की रही हो जो लड़कियों की फटी जींस पर टीका टिप्पणी करते थे या फिर अब भाजपा के पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा के बयान की हो। भाजपा नेताओं का महिलाओं के प्रति उसकी मानसिकता और सोच का प्रतीक है। उन्होने कहा कि भाजपा के नेताओं का असली चाल चरित्र यही है। जिसका प्रमाण वह समय—समय पर बयानो व अपने कृत्यों से देते रहते है।उधर इस मुद्दे से अनिभिज्ञता जाहिर करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने कहा कि चीमा अब 80 वर्ष के हो चुके है उनका यह बयान अपने समय के कालखण्ड की उनकी अपनी सोच हो सकती है। उनके इस बयान का पार्टी से कोई लेना देना नहीं है। भले ही अब भाजपा अब चीमा के इस बयान से पल्ला झाड़ रही हो लेकिन कांग्रेस ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और भाजपा ने उसे बैठे बैठाये बोलने का एक मुद्दा दे दिया है।
July 5, 2024केदार घाटी में सेतु सुरंग का एक हिस्सा ढहा टिहरी में मूसलाधार बारिश घरों में घुसा मलवा दून के आवासीय क्षेत्रों में जल भराव देहरादून। उत्तराखंड राज्य में बीते तीन—चार दिनों से ताबड़ तोड़ बारिश का क्रम जारी है। मौसम विभाग की माने तो यह सिलसिला अभी अगले 5 दिन और जारी रहेगा। जिसके मद्देनजर कुमाऊँ मंडल के पांच जिलों में रेड अलर्ट और गढ़वाल मंडल के 6 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।केदारनाथ हाईवे पर बना संगम सेतु सुरंग का एक हिस्सा बीती रात हुई भारी बारिश के कारण ढह गया, जिससे केदारनाथ घाटी का संपर्क टूट गया है। 1952 में बनी इस सुरंग के ट्रीटमेंट का काम पूरा नहीं हो सका था। चारधाम यात्रा शुरू होने के कारण ट्रीटमेंट का काम रोक दिया गया था। इस सुरंग के एक मुहाने पर भारी मलवा व बोल्डर गिरने से सुरंग में भी बड़ा होल हो गया है।उधर मूसलाधार बारिश के कारण एक बरसाती नाले में आए ऊफान के कारण तीन बच्चों के बह जाने की खबर है एसडीआरएफ व जल पुलिस ने दो बच्चों को तो बचा लिया लेकिन एक बच्चे का पता नहीं चल सका है। उधर बागेश्वर में भारी बारिश के कारण एक बस के पलट जाने की खबर है जिसमें सवार 25 यात्रियों को बचा लिया गया है टिहरी में बीती रात हुई भारी बारिश से पहाड़ से आए मलवा व पानी के कारण कई मकानों के क्षतिग्रस्त होने तथा घरों में मलवा व पानी भरने की खबर है। डीएम वंदना का कहना है कि अधिकारी मौके पर है तथा पीड़ितों को हर संभव मदद दी जा रही है। उधर देहरादून में भी लगातार भारी बारिश के कारण अनेक क्षेत्रों में जल भराव की स्थिति पैदा हो गई है जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
July 5, 2024देहरादून। राज्य स्तरीय राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य एवं अनुश्रवण परिषद के उपाध्यक्ष सुरेश भटट ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार हेतु अधिकारी समयबद्ध तरीके से कार्य करें।यह बात सुरेश भटृ, उपाध्यक्ष, राज्य स्तरीय राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य एवं अनुश्रवण परिषद्, उत्तराखंड सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखंड के तहत संचालित समस्त कार्यक्रमों की तकनीकी, भौतिक और वित्तीय प्रगति पर समीक्षा बैठक का आयोजन करते हुए कही। बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों जैसै मातृत्व स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य, राष्ट्रीय टी.बी. उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग, आदि कार्यक्रमों की वर्तमान स्थिति, उनकी उपलब्धियों और आने वाली चुनौतियों पर समीक्षा की गई। भटृ ने कार्यक्रमों के निष्पादन हेतु अधिकारियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए आवश्यक दिशा—निर्देश दिए। उन्होंने कहा, राज्य के ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए हमारे सभी प्रयास जारी हैं। हमें इस दिशा में और अधिक समर्पण और सहयोग की आवश्यकता है। बैठक के दौरान विभिन्न अधिकारियों ने अपनी—अपनी योजनाओं और कार्यक्रमों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसमें प्रमुख रूप से मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण अभियान, स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति और उनकी सुधार की योजना शामिल थी। भटृ ने सभी अधिकारियों को समयबद्ध तरीके से कार्य करने और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के लिए सतत प्रयास करने की अपील की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में कोई भी कमी नहीं आने देगी और सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराएगी।भटृ ने मानसून के दृष्टिगत संबंधित अधिकारियों को जल जनित रोगों की रोकथाम व नियंत्रण पर आदेशित करते हुए कहा, कि राज्य में डेंगू, मलेरियों, चिकनगुनिया जैसे रोगों की रोकथाम हेतु व्यापक अभियान प्रदेशभर में चलाया जाए। उन्होंने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके समर्पण और कड़ी मेहनत के लिए सराहा और आगे भी इसी तरह से कार्य करने की उम्मीद जताई। बैठक में अमनदीप कौर, अपर मिशन निदेशक, एन.एच.एम.; डॉ आर.के. सिंह, निदेशक, एनएचएम; प्रभारी अधिकारी, एन.एच.एम. डॉ पकंज सिंह, डॉ फरीदुजफर, डॉ अर्चना ओझा, डॉ भास्कर जुयाल, डॉ मुकेश राय, डॉ उमा रावत, डॉ अकांक्षा निराला, आदि अधिकारी—कर्मचारी मौजूद रहे।