इंदौर। रामनवमी के पावन पर्व पर इंदौर में एक बड़ा हादसा हो गया। यहां रामनवमी के जश्न उस वक्त चीख पुकार में बदल गया जब एक मंदिर की बावड़ी की छत ढह गई। यह हादसा इंदौर के स्नेह नगर के बेलेश्वर महादेव मंदिर में हुआ। इस हादसे में अब तक 35 लोगों की मौत हो गई। दरअसल, रामनवमी पर मंदिर में राम जन्मोत्सव को लेकर हवन चल रहा था। जब लोग पूर्ण आहुति के लिए अपनी जगह पर खड़े हुए तो बड़ा हादसा हो गया। दर्जनों लोग करीब 50 फुट गहरे गढ्ढे में गिर गए। दरअसल, जिसे लोग जमीन मान रहे थे, वह एक बावड़ी की छत थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंदिर प्रशासन ने एक पुरानी बावड़ी को भरे बिना ही उसके ऊपर लिंटर डालकर उसे ढक दिया था। हादसे के बाद बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ-साथ सेना के जवान भी जुटे हुए थे। इंदौर संभाग कमिश्नर पवन शर्मा ने बताया कि इस हादसे में अब तक 35 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। राहत और बचाव कार्य अभी जारी है। वहीं अब तक 18 लोगों को बचाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ के 15, एसडीआरएफ के 50 और आर्मी के 75 जवानों की टीम जुटी है। इस हादसे के बाद राहत कार्य का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें देखा जा सकता है कि छत गिरने के बाद बावड़ी में फंसे लोग अपनी जान बचाने के लिए बावड़ी के किनारे बनीं सीढ़ियों पर चढ़ गए थे। इसमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल थीं। बचावकर्मी बावड़ी में सीढ़ियां डालकर, रस्सियों से बांधकर लोगों को बाहर निकाल रहे थे। केंद्र और राज्य ने की आर्थिक मदद की घोषणा सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पूरी घटना की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने मृतकों के परिवार को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और घायलों को 50 हजार रुपये की मदद देने का ऐलान किया है। साथ ही घायलों के इलाज का खर्च भी सरकार उठाएगी। इसके अलावा पीएम राष्ट्रीय राहत कोष से भी मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की मदद की घोषणा की गई है।