फर्जी लोन एप के माध्यम से 300 करोड की धोखाधड़ी करने वाला गिरफ्तार

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देहरादून। साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन ने 15 एप्स के माध्यम से 300 करोड रूपये लोगों को लोन देकर अवैध वसूली करने वाले गिरोह के सरगना को गुडगांव से गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरोह के तार चीन से जुडे हैं तथा चीन के पांच लोगों के नाम सामने आये हैं।
आज यहां पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य के साईबर अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत एसटीएफ एवं साइबर पुलिस स्टेशन को प्रभावी कार्यवाही हेतु दिशा निर्देश दिये गये है। उन्होंने बताया कि साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन व एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा आम जनमानस को जागरुक एवं साईबर अपराधियों की धरपकड़ की जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्पेशल टॉस्क फोर्स आयुष अग्रवाल द्वारा अपने कार्यकाल के पहले दिन से ही राष्ट्रीय स्तर के उन गिरोहों की पहचान करने पर जोर दिया है, जो संगठित साइबर अपराध में शामिल हैं, जहां फर्जी ऑनलाइन लोन ऐप प्राथमिकताओं में से एक। इसी क्रम में लूनिया मोहल्ला निकट कालिका मन्दिर देहरादून निवासी के साथ करीब 17 लाख रुपये की ऑनलाईन लोन एप के माध्यम से साईबर ठगी हुई, जिसका संज्ञान साईबर क्राईम पुलिस द्वारा लिया गया जिसमें प्रथम दृष्टया जांच में पाया कि भारत सरकार के एनसीआरपी पोर्टल पर भी फर्जी लोन एप के माध्यम से धोखाधड़ी का शिकार हुए पीड़ितों की विभिन्न शिकायतें प्राप्त हुई। इन शिकायतों की जाँच साईबर थाने की दरोगा रोशनी रावत द्वारा की गयी। जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें टीम द्वारा अनुमानित 75—80 फर्जी लोन एप को बन्द कराने हेतु कार्यवाही प्रचलन में लायी जा चुकी है साथ ही फर्जी लोन के नाम पर एसएमएस का प्रयोग कर लगभग 70 एसएमएस हौल्डर को चिन्हित कर इनके विरुद्ध कार्यवाही करते हुए सम्पूर्ण भारत वर्ष में बन्द करवाने का प्रयास प्रारम्भ किया गया। जिसमें एक आरोपी अंकुर ढींगरा पुत्र अनिल ढींगरा निवासी मोहन गार्डन उत्तम नगर नई को उसके गुडगाँव स्थित कार्यालय से गिरफ्तार किया गया। जिसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त लैपटॉप, मोबाईल फोन, हार्ड डिस्क व विभिन्न बैको के एटीएम के साथ—साथ उसके डीएल/आरसी/आधार कार्ड/पेन कार्ड/मेट्रो कार्ड को भी बरामद किया गया। 10 दिनों की अवधि में स्पेशल टास्क फोर्स की विशेष टीम ने इस तरह के धोखाधड़ी ऑनलाइन लोन ऐप मामलों से जुड़ी तकनीकी चुनौतियों के बावजूद पहले व्यक्ति को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। टीम द्वारा इसमे पुलिस कस्टडी रिमाण्ड लिये जाने का प्रयास किया जा रहा है। आरोपी ऑनलाइन लोन देने वाली संदिग्ध शेल कंपनी का संचालन करने वाले भारतीय मास्टरमाइंड में से एक है। इस मामले में पांच चीनी नागरिकों के नाम भी सामने आये हैं। पकडा गया आरोपी कई बार चाईना गया तथा उसने वहीं रहकर चीनी भाषा भी सीख ली। एसटीएफ इसको रिमांड पर लेकर अन्य जानकारी जुटाने का प्रयास करेगी।

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