April 19, 2024कई दशकों से 55—60 फीसदी पर अटका मतदान प्रतिशत चुनाव खर्च में गुणात्मक वृद्धि, मतदान प्रतिशत की सुई अटकी : हर एक वोट पर एक हजार खर्च देहरादून। आज लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण का चुनाव हो रहा है। सात चरणों में होने वाले इस चुनाव पर 120 हजार करोड़ का सरकारी खर्च आने का अनुमान है। वहीं राजनीतिक दल और उनके प्रत्याशी कितना धन खर्च करते हैं इसका सही आंकलन संभव नहीं है क्योंकि चुनाव आयोग द्वारा तय खर्च सीमा इसमें कोई मायने नहीं रखता प्रत्याशी उससे कई गुना ज्यादा खर्च करते हैं। आजादी के बाद चुनावी खर्च में गुणात्मक वृद्धि हो रही है और आज चुनाव इतना खर्चीला हो चला है कि प्रति वोट एक हजार रूपये के खर्चे तक जा पहुंचा है। लेकिन तमाम जागरूकता अभियानों के बावजूद भी मतदान का औसत प्रतिशत 55—60 प्रतिशत के दायरे को नहीं लांघ पाया है।देश में आजादी के बाद होने वाले पहले लोकसभा चुनाव में 10 करोड रुपए खर्च हुए थे। बात अगर 2014 के लोकसभा चुनाव की करी जाए तो इस चुनाव में सरकारी खर्च लगभग 30 हजार करोड़ आया था जो 2019 के चुनाव में ठीक दो गुना बढ़कर 60 हजार करोड़ हो गया। वर्ष 2024 के चुनाव के लिए जो सरकार का अनुमानित चुनावी खर्च आंका गया है वह 120 हजार करोड़ है। एक अनुमान यह भी है कि सरकार द्वारा पूरी चुनावी व्यवस्था पर जितना खर्च किया जाता है उतना या फिर उससे कहीं अधिक प्रत्याशियों द्वारा अपने चुनाव प्रचार अभियान व अन्य तैयारियों पर खर्च किया जाता है। भले ही चुनाव आयोग द्वारा प्रत्येक प्रत्याशी के चुनाव खर्च की सीमा 15 लाख तय की गई हो लेकिन प्रत्याशी कई—कई करोड़ रुपए खर्च करते हैं यह सत्य सभी जानते हैं।सवाल सिर्फ यह नहीं है कि यह चुनावी धन के इस अत्यधिक प्रयोग की सीमा कहां जाकर रुकेगी, सवाल यह है कि इस अपव्यय को कैसे रोका जा सकता है। तथा हर एक वोटर वोट डालने जाए यह कैसे सुनिश्चित किया जाए? मतदान का औसत प्रतिशत तीन चार दशक से 55—60 फीसदी के बीच ही अटका है और चुनावी खर्च 500 फीसदी बढ़ गया। पहले एक मतदाता पर एक चवन्नी खर्च आया था अब 1 हजार हो गया। यह स्थिति राजनीति में बढ़ते धनबल के प्रयोग को समझने के लिए काफी है। इन दिनों शादियों का सीजन है उत्तराखंड में 18 अप्रैल को कल बड़ी संख्या में शादी थी जिसके कारण बड़ी संख्या में आज लोग अपना वोट नहीं डाल सके। लेकिन चुनाव आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम में इसका कोई ख्याल नहीं रखा गया।
April 19, 2024वयोवृद्ध महिला मतदाता से की बात, अधीनस्थों को दिए सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश देहरादून। एसएसपी अजय सिंह ने मतदान केन्द्रों का निरीक्षण करते हुए अधीनस्थों को दिशा निर्देश देने के साथ ही मतदान केन्द्र पर पहुंची वयोवृद्ध महिला मतदाता से भी बात कर हाल जाना।आज यहां जनपद के विभिन्न मतदान केंद्रों में चल मतदान प्रक्रिया के दृष्टिगत एसएसपी अजय सिंह द्वारा कोतवाली नगर, पटेलनगर, नेहरु कोलोनी क्षेत्र में विभिन्न मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान मतदान केंद्रों की सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए एसएसपी द्वारा सुरक्षा में नियुक्त पुलिस कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। हिंदू नेशनल कॉलेज में स्थित मतदान केंद्र के निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा वयोवृद्ध महिला श्रीमती देवी गोयल, उम्र 87 वर्ष से मुलाकात की गई, जो उक्त मतदान केंद्र में अपने मताधिकार का प्रयोग करने हेतु आयी थी। बातचीत के दौरान श्रीमती देवी गोयल द्वारा बताया गया कि स्वतंत्र भारत का पहला चुनाव उनके द्वारा देखा गया था। वह अब तक भारत में सम्पन्न हुए सारे चुनावो में उनके द्वारा मताधिकार का प्रयोग किया गया है। स्वतंत्र भारत के पहले चुनाव की बात आते ही उनके चेहरे पर एक अलग सी मुस्कान देखने को मिली।
April 19, 2024हल्द्वानी। लालकुआं के दैलिया मतदान केन्द्र पर दुल्हा दुल्हन पहुंचे जहां पर दुल्हन ने मतदान कर लोकतंत्र के पर्व में अपनी भागीदारी निभाई।आज यहां उत्तराखण्ड के पांच सीटों पर मतदन हो रहे हैं। लोकतंत्र क इस पर्व में हर कोई बढचढकर अपनी भागीदारी निभा रहा है मतदान करने के लिए लोग सुबह से लाइनों में लगे हुए हैं। नैनीताल जिले के लाल कुंआ विधानसभा क्षेत्र के दैलिया मतदान केन्द्र पर एक ऐसा नजारा देखने को सामनेे आया जहां दुल्हा दुल्हन मतदान स्थल पर पहुंचे। जहां दुल्हन ने मतदान कर इस लोकतंत्र के पर्व में अपनी भागीदारी निभाई। दुल्हन ने बताया कि देर रात उसकी शादी हुई है और आज मतदान के दिन उसकी बिदाई हो रही है लेकिन विदाई से पहले अपना मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र को मजबूत बनाने का काम किया है। दुल्हन गायत्री चन्दोल ने बताया कि दैलिया गांव में पली पढी है और वर्तमान मे वह बेंगलुरू में जॉब करती है जहां बेगलुरू निवासी रवि शंकर त्रिपाठी से उसकी शादी हुई है और देर रात शादी समारोह के बाद विदाई से पहले मतदान स्थल पर पहुंच अपना मताधिकार का प्रयोग किया है।
April 19, 2024नागपुर। गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज दुनिया की सबसे छोटी महिला ने आज लोकसभा चुनाव में नागपुर सीट से अपना वोट डालकर मतदान किया। उन्होने मतदाताओं से अपील की है कि वह अपना वोट जरूर डाले क्योंकि यह हमारा कर्तव्य है। महाराष्ट्र में पांच सीटों पर आज मतदान चल रहा है। मतदान सुबह 7 बजे से ही शुरू हो चुका है। इस बीच नागपुर सीट से दुनिया की सबसे छोटी महिला ने अपना वोट डाला है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के मुताबिक ज्योति आम्गे को दुनिया की सबसे छोटी जीवित महिला के रूप में मान्यता प्राप्त है। नागपुर में वोट डालने के बाद ज्योति आम्गे ने कहा कि मैंने आज अपने पूरे परिवार के साथ मतदान किया है। मैं हर मतदाता से अपील करना चाहती हूं कि वोट जरूर डालें क्योंकि यह हमारा कर्तव्य है।बता दें कि ज्योति आम्गे का जन्म 16 दिसंबर 1993 को महाराष्ट्र के नागपुर में हुआ था। पेशे से वो एक भारतीय अभिनेत्री हैं जिन्हें गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार दुनिया की सबसे छोटी जीवित महिला के रूप में जाना जाता है। प्रिमोर्डियल बौनापन नामक आनुवंशिक विकार के कारण वह 62.8 सेंटीमीटर (2 फीट 3/4 इंच) की हैं। 2011 में अपने 18वें जन्मदिन के बाद, ज्योति को आधिकारिक तौर पर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा दुनिया की सबसे छोटी जीवित महिला घोषित किया गया था। उन्होंने कई डॉक्यूमेंट्री में उपस्थिति दर्ज कराई है. उन्हें 2009 में ट्टबॉडी शॉकः टू फुट टॉल टीन’ नामक डॉक्यूमेंट्री में दिखाया गया था। ज्योति अमेरिकन हॉरर स्टोरी में भी नजर आ चुकी हैं। 2014 में, वह ट्टअमेरिकन हॉरर स्टोरीः फ्रीक शो’ के एक किरदार के रूप में शामिल हुईं थी।
April 18, 2024देहरादून। अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में प्रेस ब्रीफिंग करते हुए कहा कि राज्य में सभी पोलिंग पार्टियां अपने बूथों के लिए रवाना हो चुकी हैं। अभी तक 09 हजार 500 पोलिंग पार्टियां मतदेय स्थल तक पहुंच चुकी हैं, आज शाम तक सभी पोलिंग पार्टियां मतदेय स्थल तक पहुंच जायेंगी। राज्य में 19 अप्रैल 2024 को प्रातः 07ः00 बजे से सायं 05ः00 बजे तक मतदान होना है। मतदान प्रारंभ होने से पहले सभी पोलिंग पार्टियों द्वारा मॉक पोल की कार्यवाही की जायेगी। सभी पोलिंग पार्टियां मतदान प्रारंभ करने की सूचना उपलब्ध करायेंगी। उसके बाद हर दो घंटे में मतदान की सूचनाएं दी जायेंगी।अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि आज परिवहन विभाग के साथ बैठक की गई। परिवहन विभाग यातायात की व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित करता रहेगा। किसी भी आम नागरिक के लिए यातायात में कोई असुविधा न हो, इसके लिए व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जायेंगी। विवाह कार्यों में लगे वाहनों पर भी कोई प्रतिबंध नहीं होगा। सभी राजकीय चिकित्सालय, जिला चिकित्सालय, प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को 24 घण्टे संचालित करने के निर्देश दिये गये हैं। आवश्यक सेवाओं से जुड़े विभागों पेयजल, विद्युत, आपदा प्रबंधन और लोक निर्माण विभाग भी सभी व्यवस्थाएं 24 घण्टे संचालित करते रहेंगे, ताकि मतदाताओं और पोलिंग पार्टियों को किसी भी प्रकार से असुविधा न हो।अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि राज्य में 1365 क्रिटिकल पोलिंग बूथ और 809 वलनरेबल पोलिंग बूथ चिन्हित किये गये हैं। इन पोलिंग स्टेशन पर पर्याप्त फोर्स की व्यवस्था रहेगी। मतदान से 48 घण्टे पूर्व सभी फ्लाइंग स्क्वायड और स्टेटिक्स सर्विलांस टीम द्वारा सघन चैकिंग की जाती है। इसके दृष्टिगत राज्य में 293 फ्लाइंग स्क्वायड और 252 स्टेटिक्स सर्विलांस टीम अलर्ट मोड पर रहेंगे। अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि आचार संहिता प्रभावी होने के बाद से अभी तक 16 करोड़ 41 लाख मूल्य की जब्ती की गई है। पुलिस विभाग द्वारा सबसे अधिक 08 करोड़ 94 लाख मूल्य की, आयकर विभाग द्वारा 06 करोड़ 14 लाख मूल्य की, आबकारी विभाग द्वारा 91 लाख मूल्य की जब्ती की गई है। 05 करोड़ 90 लाख की जब्ती कैश के रूप में, शराब के रूप में 03 करोड़ 06 लाख मूल्य की जब्ती, नारकोटिक्स संबंधित मामलों में 04 करोड़ 03 लाख मूल्य की जब्ती हुई है।
April 18, 2024मुख्यमंत्री ने प्रचार में झोंकी पूरी जान, किये 70 से अधिक कार्यक्रम खटीमा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए वर्तमान लोकसभा चुनाव उनके राजनीतिक भविष्य व प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ एक सवाल बन चुका है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री धामी चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले ही जनसंपर्क अभियान में जुट गए थे। कल चुनाव प्रचार के अंतिम चरणों तक वह व्यस्त रहे वहीं आज भी कल होने वाले मतदान से पूर्व बूथ मैनेजमेंट लेवल की वर्चुअली समीक्षा बैठक ली और यह जायजा लिया की बूथों पर व्यवस्था कितनी चुस्त दुरस्त है।सीएम धामी द्वारा इन पांच लोकसभा सीटों के लिए पहले से ही रोड शो करने शुरू कर दिए गए थे जब वह योजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रमों में लगे हुए थे। बीते कल तक धामी राज्य के सभी 13 जिलों और 70 विधानसभा सीटों पर लगभग 70 के आसपास ही रोड शो, जनसंपर्क या फिर जनसभाएं कर चुके है। अगर लोकसभा सीटों के हिसाब से देखें तो यह 14 कार्यक्रम औसतन पर सीट बैठता है। उन्होने अपना सबसे ज्यादा समय पौड़ी गढ़वाल सीट को दिया है जहां से अनिल बलूनी भाजपा प्रत्याशी हैं।विधानसभा चुनाव हारने के बाद भी भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने पुष्कर सिंह धामी पर अपना भरोसा जताते हुए उन्हें फिर से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया था, शायद केंद्रीय नेतृत्व की इसी कृपा का ऋण वह पार्टी के लिए कुछ खास करके चुकाना चाहते हैं। यही कारण है कि उन्होंने इस चुनाव की पूरी कमान खुद संभाल रखी है और वह मतगणना का परिणाम आने तक चुनावी कामों में ही व्यस्त रहेंगे। कल भले ही उत्तराखंड का चुनाव निपट जाए पार्टी के स्टार प्रचारक की सूची में शामिल होने के कारण उन्हें सातवें चरण के मतदान तक फुर्सत नहीं मिलने वाली है देखना होगा कि उनकी मेहनत कितना रंग लाती है। अगर उत्तराखंड में भाजपा सभी पांच सीटें जीतकर हैट्रिक लगाती है तो धामी का राजनीतिक कद केंद्रीय राजनीति में भी बढ़ना तय है।