June 2, 2023हरिद्वार। बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनके कब्जे से पुलिस ने चुरायी गयी 12 बाइक भी बरामद की है। आरोपी नशे का शौक पूरा करने के कारण बाइक चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया करते थे।जानकारी के अनुसार कल देर शाम थाना झबरेड़ा पुलिस द्वारा क्षेत्र में एक सूचना के बाद चैकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान पुलिस को इकबालपुर कुंजा रोड स्थित महालक्ष्मी भटृे के पास दो बाइक सवार चार संदिग्ध आते हुए दिखायी दिये। पुलिस ने जब उन्हे रूकने का इशारा किया तो वह बाइक मोड़कर भागने लगे। इस पर उन्हे घेर कर दबोचा गया। पूछताछ में चारो लोगों द्वारा उक्त दोनो बाइक चोरी का होना कबूल करते हुए 10 बाइक और बरामद कराने की बात कही गयी। जिनकी निशानदेही पर पुलिस ने ग्राम बेहड़की सहदाबाद से चोरी की गयी 10 अन्य बाइक भी बरामद की गयी है। आरोपियों ने बताया कि उन्होने बरामद 12 मोटरसाइकिलों में से 2 बाइक थाना झबरेडा से, 3 सिविल लाईन कोतवाली रुडकी से, 1 कोतवाली मंगलौर से, 1 थाना नागल से चुराई गई हैं। शेष 5 मोटरसाइकिल की जानकारी की जा रही है। पुलिस के अनुसार आरोपी नशे के आदी है जो नशे की लत पूरा करने के लिए बाइक चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया करते थे। बाइक चोरों के नाम विशाल उर्फ विशू पुत्र भजन सिह निवासी बेहडकी सैदाबाद, विक्की पुत्र स्व. तेलू राम निवासी उपरोक्त, राजन पुत्र मागेराम निवासी ग्राम बरवाला थाना शाहपुर जिला मु.नगर हाल पता कुन्जा रोड इकबालपुर व नितिश पुत्र नरेन्द्र निवासी ग्राम हासिमपुर थाना देवबन्द जिला सहारनपुर बताये जा रहे है।
June 2, 2023देहरादून। चौहरे हत्याकांड में दो साल से फरार चल रहे 50—50 हजार के ईनामी हत्यारों (पिता—पुत्र) को एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। इस हत्याकांड में एसटीएफ द्वारा अब तक चार फरार हत्यारों को गिरफ्तार किया जा चुका है।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा बताया गया कि बीते रोज एसटीएफ को सूचना मिली कि थाना लक्सर क्षेत्र में 6 मई 2021 को खेड़ी खुर्द लक्सर में घटित चौहरे हत्याकांड में शामिल 50—50 हजार के इनामी व फरार चल रहे (पिता—पुत्र) अखलाक पुत्र फेज अली निवासी खेड़ी खुर्द लक्सर व शाहरुख पुत्र अकलाख जो कि पिछले कई समय से फरार चल रहे है वह इस समय सहारनपुर के देवबंद क्षेत्र मे छिपे हुयेे है। सूचना पर कार्यवाही करते हुए एसटीएफ की टीम द्वारा सूचना एवं टेक्निकल सर्विलांस के सहयोग से देवबन्द, सहारनपुर में दबिश देकर उक्त दोनो हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया कि गिरफ्तार हत्यारों द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर 21 मई 2021 को खेड़ी खुर्द में 4 लोगो निर्मम हत्या की थी जिसमे जहीर हसन ,मोहमद कैफ, सहजन आलम, हुसैन अहमद निवासी खेड़ी खुर्द की हत्या की गई थीबताया कि एक साथ चार लोगो की हत्या करने के बाद हत्यारोपी फरार हो गए थे। पुलिस द्वारा विवेचना करते हुए हत्याकाण्ड में शामिल कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था लेकिन कुछ आरोपी अभी भी पुलिस पकड़ से बाहर थे। जिनमें से दो को बीती रात गिरफ्तार कर लिया गया है।
June 2, 2023बाहरी क्षेत्र से आ रहे लोगों के सत्यापन की मांगजुलूस निकालकर किया जिला मुख्यालय में प्रदर्शन उत्तरकाशी। बाहरी क्षेत्र से आ रहे लोगों के सत्यापन की मांग को लेकर उत्तरकाशी जिला मुख्यालय में व्यापारियों ने सड़कों पर उतर जुलूस प्रदर्शन किया। साथ ही उत्तरकाशी बाजार बंद रखकर अपना विरोध प्रकट किया। कलेक्ट्रेट परिसर में डीएम को ज्ञापन सौंपते हुए व्यापारियों ने प्रशासन से धर्म विशेष के लोगों की सत्यापन जांच के साथ ही उनकी गतिविधियों पर पैनी नजर रखने की मांग की।पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आज उत्तरकाशी बाजार बंद रखते हुए व्यापारी बड़ी संख्या में हनुमान चौक पर एकत्रित हुए। इसके बाद जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट के लिए निकले। शहर के विभिन्न स्थानों से होते हुए व्यापारियों ने नारेबाजी के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया तथा डीएम को ज्ञापन सौंपा।यहां हुई आम सभा में व्यापारियों ने कहा कि विगत कुछ समय से बाहरी क्षेत्रों से आने वाले धर्म विशेष के लोगों द्वारा पहाड़ की भोली—भाली बहू—बेटियों को, पहचान छुपाकर बहला फुसलाकर अपने साथ भगाकर ले जाने की घटनाएं बढ़ती जा रही है। इसका हालिया उदाहरण पुरोला में हुई घटना है, जिसमें एक स्थानीय नाबालिग को दो लोगों ने भगाने का प्रयास किया। ऐसी ही घटना विकासनगर में हुई है। दिल्ली में साक्षी हत्याकांड को भी धर्म विशेष के लड़के द्वारा अंजाम दिया गया। ऐसी घटनाओं से यहाँ स्थानीय जनता में आकोश बढ़ता जा रहा है। इससे पहले की यह आक्रोश और अधिक बढ़े, प्रशासन को बाहर से आने वाले इस तरह के अराजक तत्वों पर रोक लगानी चाहिए।व्यापारियों ने कहा कि इनका गहन सत्यापन कराया जाए कि इनमें रोहिंग्या या बांगलादेशी शामिल तो नहीं हैं। शहर में इन लोगों के द्वारा फड़, ठेलिया, गन्ना जूस सेंटर लगाए जाने से रामलीला मैदान सहित बाजारों से अतिक्रमण की बाढ़ सी आ गई है, जिसको तत्काल मुक्त किया जाय साथ ही गंगोत्री नेशनल हाईवे पर जितनी भी कबाड़ की दुकानें है, इनको शहर से बाहर कराने की मांग रखी। कहा कि इनकी भी जांच होनी चाहिए कि इस तरह के असामाजिक तत्वों को यहां सुनियोजित तरीके से बुलाने का कार्य कौन लोग कर रहे हैं और ऐसे लोगों के खिलाफ भी बड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। भीड़ काबू करने के लिए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रही।प्रदर्शनकारियों में नगर व्यापार मंडल अध्यक्ष रमेश चौहान, महामंत्री मनमोहन थलवाल, कोषाध्यक्ष मान सिंह गुसाईं, जिला अध्यक्ष व्यापार मंडल सुभाष बडोनी, होटल एसोसिएशन अध्यक्ष श्ौलेंद्र मटूड़ा, सामाजिक कार्यकर्ता यशपाल वशिष्ठ, संजय अरोड़ा, मनीष पंवार, अजय प्रकाश बडोला, यशपाल पंवार, दुर्गेश प्रसाद, गिरीश रेखी, मुकुल नौटियाल, अभिषेक गोल्डी रावत, मोंटी आदि शहर के तमाम व्यापारी शामिल थे।
June 2, 2023नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अपील के बाद मणिपुर के अलग-अलग जगहों से लोगों ने 140 हथियारों को लौटा दिया है। शाह ने मणिपुर दौरे के दौरान हथियारों को सरेंडर करने की अपील की थी। मणिपुर पुलिस ने बताया कि सरेंडर किए गए 140 हथियारों में एसएलआर 29, कार्बाइन, एके, इंसास राइफल, इंसास एलएमजी, ।303 राइफल, 9 एमएम पिस्टल, ।32 पिस्टल, एम16 राइफल, स्मोक गन और आंसू गैस, स्थानीय निर्मित पिस्तौल, स्टन गन, संशोधित राइफल, जेवीपी और जेवीपी ग्रेनेड लांचर शामिल हैं। अमित शाह ने अपने दौरे के दौरान कहा था अगर सरेंडर नहीं किया तो एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने तीन दिनों तक हिंसाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया था। राज्य के कैबिनेट मंत्रियों समेत हर समुदाय के साथ उनकी बैठक हुई थी। इसके साथ ही गृहमंत्री ने सभी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी। उन्होंने कहा, “अफवाहों पर कतई ध्यान न दें। अब राज्य में स्थिति ठीक है।” उनके इस बयान के बाद लोगों ने बड़ी संख्या में हथियार सरेंडर किए। मणिपुर में ये हिंसा नगा-कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हो रही है। 3 मई ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन मणिपुर ने ‘आदिवासी एकता मार्च’ निकाला। इसके बाद ही राज्य में हिंसा की शुरुआत हुई। इस रैली में आदिवासी और गैर-आदिवासी समुदाय के बीच झड़प हो गई थी। रैली मैतेई समुदाय की ओर से जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग के विरोध में निकाली गई थी। शाह ने बुधवार (31 मई) को कुकी और मैतेई समुदाय के राहत शिविरों में पहुंचकर जायजा लेने के साथ ही लोगों को मदद का आश्वासन भी दिया था। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने भी चेतावनी जारी की थी कि जिन लोगों के पास अवैध तरीके से हथियार और गोला-बारूद पाया जाएगा, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
June 2, 2023नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन को प्रेरणा व ऊर्जा का स्रोत करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि उनके कार्य, शासन प्रणाली और नीतियां आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं। शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित एक समारोह को वीडियो संदेश के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”छत्रपति शिवाजी महाराज का व्यक्तित्व अद्भुत था। उन्होंने स्वराज की भी स्थापना की और सुराज को भी कायम किया। वह अपने शौर्य के लिए भी जाने जाते हैं और अपने सुशासन के लिए भी। उन्होंने राष्ट्र निर्माण का एक व्यापक दृष्टिकोण भी सामने रखा। उन्होंने शासन का लोक कल्याणकारी चरित्र लोगों के सामने रखा। प्रधानमंत्री ने कहा कि शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक दिवस नई चेतना, नई ऊर्जा लेकर आया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्होंने हमेशा भारत की एकता और अखंडता को सर्वोपरि रखा और आज ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की दृष्टि में शिवाजी महाराज के विचारों का ही प्रतिबिंब देखा जा सकता है। उन्होंने कहा, ”सैंकड़ों वर्षों की गुलामी ने देशवासियों से उनका आत्मविश्वास छीन लिया था, ऐसे समय में लोगों में आत्मविश्वास जगाना एक कठिन कार्य था। उस दौर में छत्रपति शिवाजी महाराज ने ना केवल आक्रमणकारियों का मुकाबला किया बल्कि जन मानस में यह विश्वास भी कायम किया कि स्वयं का राज संभव है।’उन्होंने कहा, ‘शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक उस कालखंड का एक अद्भुत और विशिष्ट अध्याय है। राष्ट्र कल्याण और लोक कल्याण उनकी शासन व्यवस्था के मूल तत्व रहे हैं।’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनके कार्य, शासन प्रणाली और नीतियां आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं और उन्होंने भारत के सामर्थ्य को पहचान कर जिस तरह से नौसेना का विस्तार किया, वह आज भी हमें प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा, ”यह हमारी सरकार का सौभाग्य है कि छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर पिछले साल भारत ने गुलामी के एक निशान से नौसेना को मुक्ति दे दी। अंग्रेजी शासन की पहचान को हटा कर शिवाजी महाराज की राज-मुद्रा को जगह दी गई है।”हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस साल राज्याभिषेक की वर्षगांठ आज दो जून को है। छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ के अवसर पर महाराष्ट्र के रायगढ़ किले में शुक्रवार को सुबह आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भाग लिया।
June 2, 2023यह ठीक है कि मध्य मार्च से लेकर अब तक उत्तराखंड का मौसम अत्याधिक खराब रहा है जिसका गंभीर प्रभाव खेती—किसानी और आम जनजीवन पर पड़ा है लेकिन वर्तमान समय में चारधाम यात्रियों को जिस तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है उसका कारण सिर्फ मौसम की विसंगतियां ही नहीं सरकार की तैयारियां भी कम जिम्मेदार नहीं है। भले ही सरकार और सीएम ने यात्रा शुरू होने से पूर्व इन तैयारियों के बारे में बड़े दावे करते हुए यहां तक कहा था कि हमारी व्यवस्थाएं ही हमारा ब्रांड एंबेसडर है किंतु अब सरकार को भी इस बात का एहसास हो गया है कि आधी अधूरी तैयारियों के बीच शुरू हुई यह चार धाम यात्रा अव्यवस्थाओं से किस तरह प्रभावित हो रही हैं। इन अव्यवस्थाओं पर जब पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज से कोई सवाल किया जाता है तो वह कहते हैं कि अब अगर मौसम खराब है तो वह क्या कर सकते हैं? यह ठीक है कि पर्यटन मंत्री या अन्य कोई भी व्यक्ति प्राकृतिक मामलों में कुछ नहीं कर सकता है लेकिन उनका इस तरह का जवाब क्या अपनी जिम्मेदारियों से बचने को नहीं दर्शाता है। इन दिनों चारधाम यात्रियों को सबसे अधिक परेशानी खराब सड़कों और रास्तों से हो रही है। खराब सड़कों के कारण जगह—जगह यात्री जाम में फंस रहे हैं और सरकारी व्यवस्थाओं को कोस रहे हैं। वहीं धामों में उनके रहने खाने और सोने से लेकर शौच और स्नान तक की व्यवस्थाएं नहीं है। यात्रियों को आम जरूरत का सामान ठीक से मिल ही नहीं पा रहा है या फिर मनमाने दामों पर मिल रहा है। इस बारिश और बर्फबारी के बीच धामों में यथोचित सफाई व्यवस्था रखना भी मुश्किल हो रहा है जिसके कारण भारी गंदगी का अंबार धामों में लगता जा रहा है। सरकार ने यात्रा के सुचारू संचालन के लिए जो नियमावली तैयार की थी उस पर या तो अमल की कोई व्यवस्था नहीं है या फिर उस नियमावली में फेरबदल कर सरकार द्वारा ही निष्प्रभावी बना दिया गया है जिसके कारण चार धाम यात्रा अव्यवस्थाओं का शिकार हो चुकी है। शासन द्वारा पहले ही हर एक धाम में एक दिन में निर्धारित संख्या में श्रद्धालुओं को भेजने की बात कही गई थी लेकिन तीर्थ पुरोहितों और पंडा पुजारियों व व्यवसायियों ने सरकार पर दबाव बनाकर इस नियमावली को निष्प्रभावी बना दिया गया नतीजा यह है कि 22—22 घंटे मंदिरों को खुला रखकर भी श्रद्धालुओं को ठीक से दर्शन नहीं करवाये जा रहे हैं क्योंकि धामों में इतनी अधिक भीड़ है कि क्षमता से डेढ़ व दोगुना यात्री हर रोज धामों में पहुंच रहे हैं ऐसे में उनके रहने खाने से लेकर दर्शन कराने तक की व्यवस्थाएं ध्वस्त हो चुकी है सरकार का दावा भले ही यह रहा हो कि टोकन से दर्शन कराएंगे और किसी भी यात्री को घंटो तक कतारों में खड़े होकर इंतजार नहीं करना पड़ेगा लेकिन अब लंबी—लंबी कतारें लगी हुई हैं। बिना रजिस्ट्रेशन किसी को भी दर्शन नहीं कराने का नियम भी हवा हवाई ही साबित हुआ है जो भीड़ धामों में जुट रही है वह बताती है कि रजिस्ट्रेशन के बिना भी यात्री बड़ी संख्या में धामों में पहुंच रहे हैं। केदारनाथ जाने वाले यात्रियों के लिए हेली सेवा की बुकिंग तो मानो किसी जंग जीतने के बराबर हो चुकी है। घोड़ा—खच्चर वाले हो या फिर हट और टेंट वाले, होटल वाले हो या ढाबे वाले हर कोई श्रद्धालुओं को उल्टे उस्तरे से छील रहा है। चारधाम आने वाले यात्री इन अव्यवस्थाओं के कारण देवभूमि व सरकार की कैसी छवि मन में लेकर जा रहे हैं इस पर गौर करने का समय यहां किसी के भी पास नहीं है।