उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने बेरोजगारों से वसूले 21.75 करोड़

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20 वर्षों में आवेदन शुल्क के रूप में वसूले गये यह रूपये, 2 वर्षों में नही की कोई वसूली

देहरादून। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने राज्य में आवेदन करने वाले बेरोजगार युवकों से आवेदन शुल्क (परीक्षा शुल्क) के रूप में वर्ष 2001—02 से 2021—22 तक कुल 21 करोड़ 75 लाख 86 हजार 879 रूपये की धनराशि वसूली गयी है।
इस बात का खुलासा उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा सूचना अधिकार के अन्तर्गत नदीम उद्दीन को उपलब्ध करायी गयी सूचना से हुआ है। काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन (एडवोकेट) ने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग से उसके द्वारा आवेदकों से वसूले गये शुल्क सहित विभिन्न सूचनायें मांगी। इसके उत्तर में लोक सूचना अधिकारी/अनुभाग अधिकारी (लेखा) लेखानुभाग राजीव गुुप्ता ने अपने पत्रांक 436 दिनांक 22 मार्च 2023 से आवेदन शुल्क (परीक्षा शुल्क) से प्राप्त धनराशि का विवरण उपलब्ध कराया है।
उपलब्ध करायी गयी सूचना के अनुसार वित्तीय वर्ष 2001—02 तथा 2014—15 में तो कोई धनराशि नहीं वसूली गयी है तथा वर्ष 2018—19 में केवल 450 रू. की धनराशि ही वसूली गयी है जबकि अन्य वर्षों में बड़ी धनराशियां लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं हेतु आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों से वसूली गयी है।
उपलब्ध विवरण के अनुसार वित्तीय वर्ष 2002—03 में 2 करोड़ 55 लाख 54 हजार 719, वर्ष 2003—04 में 91 लाख 17 हजार 723, वर्ष 2004—05 में 28 लाख 64 हजार 986, वर्ष 2005—06 में 8 लाख 43 हजार, वर्ष 2006—07 में 23 लाख 79 हजार 700, वर्ष 2007—08 में 11 लाख 63 हजार, वर्ष 2008—09 में 3 लाख 89 हजार, वर्ष 2009—10 में 7 लाख 75 हजार, वर्ष 2010—11 में 16 लाख 26 हजार 160, वर्ष 2011—12 में 11 लाख 57 हजार 5, वर्ष 2012—13 में 7 लाख 55 हजार 700, वर्ष 2013—14 में 19 लाख 91 हजार 616, वर्ष 2015—16 में 2 करोड़ 70 लाख 77 हजार 380 तथा वर्ष 2016—17 में 1 करोड़ 49 लाख 07 हजार 510 तथा वर्ष 2017—18 में 3 करोड़ 9 लाख 31 हजार 145 रू. की धनराशि आवेदन करने वालों से प्राप्त की गयी है। वर्ष 2019—20 में 2 करोड़ 7 लाख 62 हजार 205 रूपये, कोविड महामारी के वर्ष 2020—21 में 12 लाख 26 हजार 379 रूपये तथा वर्ष 2021—22 में 7 करोड़ 40 लाख 64 हजार 201 रूपये की धनराशि लोक सेवा आयोग द्वारा आवेदन शुल्क (परीक्षा शुल्क) से प्राप्त की गयी है।

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