चंडीगढ़। भगवंत मान ने कहा कि देश में जो माहौल चल रहा है, वह कतई ठीक नहीं है। देश की एजेंसियों को हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। कोई भी विपक्ष का नेता अगर भाजपा के जुल्म के खिलाफ बोलता है तो उसके घर पर ईडी आती है, सीबीआई आती है, आयकर विभाग आता है। ये अघोषित आपातकाल की तरह है। मैं यह बात इसलिए कह रहा हूं कि यह बात आडवाणी जी ने कही थी। आज अघोषित आपातकाल जैसे हालात है। जहां इनकी सरकार नहीं है वहां राज्यपाल के जरिए सरकारों को तंग किया जा रहा है। मैं भी उसका पीड़ित हूं। केरल के मुख्यमंत्री अभी जंतर-मंतर पर आकर गए। तमिलनाडु के गवर्नर सरकार का भाषण ही नहीं पढ़ते हैं। ममता दीदी को हर रोज तंग किया जा रहा है। हेमंत सोरेन साहब को गिरफ्तार कर लिया गया है। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल साहब जब भी कोई काम करते हैं तो एलजी बीच में टांग अड़ाता है। सुप्रीम कोर्ट के जरिए सरकार चलानी पड़ती है। हम भी सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हुए हैं। इन लोगों ने 8000 करोड़ रुपए से अधिक पंजाब सरकार के रोक रखे हैं। हम कोई भीख नहीं मांगते हैं, यह पंजाब के लोगों का योगदान है। स्कूल के लिए भी हमें सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा। हर राज्य के सीएम को सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा। सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच ने कहा कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल का अधिकार होना चाहिए, लेकिन इन लोगों ने ऑर्डिनेंस जारी करके सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट दिया। भगवंत मान ने कहा कि अस्पताल बनाने वाला सत्येंद्र जैन जेल के अंदर है। दिल्ली में स्कूल बनाने वाला मनीष सिसोदिया जेल में है। राज्यसभा में मोदी जी के खिलाफ उठकर बोलने वाला संजय सिंह जेल के अंदर है। अब अरविंद केजरीवाल को लेकर गए, मुझे समझ नहीं आता है कि देश में लोकतंत्र है। कभी पत्रकार, यूट्यूबर को जेल में डाल देते हैं। यूट्यूबर के लिए कानून लेकर आए हैं। सबसे अधिक हेट स्पीच भाजपा वाले देते हैं।