जयकारों की गूंज के बीच खोले गए गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट

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सीएम धामी ने की पूजा अर्चना
हजारों श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
चार धाम यात्रा का विधिवत आगाज

उत्तरकाशी। जयकारों की गूंज, वाघ यंत्रों की धुन और विधि विधान के साथ मंत्रोच्चारण के बीच आज मां गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए खोल दिए गए हैं।
बीते कल अपने शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा से मा गंगा की चल विग्रह डोली गाजे—बाजे के साथ धाम के लिए रवाना हुई थी। भ्ौरव मंदिर में रात्रि विश्राम के बाद आज सुबह मां गंगा की चल विग्रह डोली गंगोत्री धाम पहुंची। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु धाम पहुंचे हुए थे। विधिवत पूजा अर्चना के साथ मुख्य पुजारी और धर्माधिकारियों की मौजूदगी में तय समय 12ः35 बजे गंगोत्री मंदिर के कपाट विधिवत पूजा अर्चना के साथ खोले गए। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे। उन्होंने धाम में पहले गंगा पूजन किया और कपाट खुलने के समय मां गंगा की आरती भी की।


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उन्होंने पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कराई है उन्होंने कहा कि मां गंगा व यमुना से हमारी प्रार्थना है कि सभी श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं माता पूरी करें तथा चार धाम यात्रा निर्विघ्न रूप से संपन्न हो। उल्लेखनीय है कि आज इससे पूर्व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खरसाली पहुंचे जहां उन्होंने मां यमुना की चल विग्रह डोली की प्रस्थान यात्रा में भाग लिया। मां यमुना की डोली में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की मौजूदगी भी रही। मां यमुना की डोली आज 11ः00 बजे यमुनोत्री धाम पहुंची और तय समय 12ः41 बजे यमुनोत्री धाम मंदिर के कपाट खोले गए। मां गंगा और मां यमुना अब अगले 6 माह तक अपने ग्रीष्मकालीन प्रवास के दौरान गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए विराजमान रहेंगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अलावा गंगोत्री के विधायक सुरेश चौहान, जिलाधिकारी, गढ़वाल कमिश्नर और आईजी गढ़वाल भी मौजूद रहे। इस अवसर पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई। मां गंगोत्री और मां यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही आज विधिवत चार धाम यात्रा का आगाज हो गया है। 25 अप्रैल को केदार धाम के कपाट खोले जाएंगे। बाबा केदार की चल विग्रह पंचमुखी डोली बीते कल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से रवाना होकर अपने प्रथम विश्राम स्थल विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंच गई थी जहां से आज सुबह अपने द्वितीय रात्रि विश्राम स्थल फाटा के लिए रवाना हो चुकी है। वही बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खोले जाने हैं।


त्रिमुंडिया मेले के साथ बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू

जोशीमठ। जोशीमठ के नरसिंह मंदिर में आज आयोजित त्रिमुंडिया मेले के साथ भगवान बदरी विशाल के ग्रीष्मकालीन प्रवास स्थल बद्रीनाथ धाम मंदिर के कपाट खुलने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। परंपरा के अनुसार नरसिंह मंदिर में इस अवसर पर भव्य मेले का आयोजन किया जाता है। एक कुंतल चावल और 50 किलो गुड़ से बने प्रसाद का भोग भगवान बद्री विशाल को लगाया जाता है। शीतकालीन प्रवास के दौरान छह माह भगवान बद्रीविशाल यही भक्तों को दर्शन देते हैं।

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