काबुल । अफगानिस्तान की सत्ता में तालिबान काबिज तो हो चुका है, लेकिन पंजशीर में उसे कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़कर जाने के बाद खुद को कार्यकारी राष्ट्रपति घोषित करने वाले अमरुल्ला सालेह भी पंजशीर में ही बने हुए हैं।इस बीच एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि तालिबान ने अमरुल्ला सालेह के बड़े भाई को गोली मार दी है।सोशल मीडिया पर कई ऐसे ट्वीट हैं, जिनमें दावा किया गया है अफगानिस्तान की पंजशीर घाटी में तालिबान और नॉदर्न अलायंस के बीच गुरुवार रात हुई हिंसक झड़प में अमरुल्ला सालेह के बड़े भाई को तालिबान लड़ाकों ने गोली मार दी। कुछ ट्वीट में कथित तौर पर उनकी मौत की बात भी कही गई है।तालिबान ने यह दावा भी किया था अमरुल्लाह सालेह और अहमद मसूद देश छोड़कर ताजिकिस्तान चले गए हैं। हालांकि NRF ने तालिबान के दावे को खारिज करते हुए कहा कि वह पंजशीर घाटी में ‘अहम मोर्चों’ पर अभी कायम है।