पुरोला में व्यापारियों ने रखा बाजार बंद
डोईवाला में पादरी सहित तीन पर केस
देहरादून/पुरोला। क्रिसमिस से एन पूर्व राज्य में धर्मांतरण की दो बड़ी घटनाओं के प्रकाश में आने से हड़कंप मचा हुआ है। जहां एक तरफ सरकार द्वारा राज्य में जबरन धर्मांतरण को रोकने के लिए अभी बीते शीतकालीन विधानसभा सत्र में कठोर धर्मांतरण कानून लाया गया है वही 4 दिन में इन दो घटनाओं का प्रकाश में आना मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के उस बयान की पुष्टि करता है जिसमें उन्होंने राज्य में कई तरह से व्यापक स्तर पर धर्मांतरण किए जाने की बात कही थी।
अभी 2 दिन पूर्व उत्तरकाशी की पुरोला तहसील के एक गांव में एक ईसाई मिशनरी द्वारा क्षेत्र के गरीब लोगों को एकत्रित कर प्रार्थना सभा का आयोजन कर उनके धर्मांतरण कराए जाने का मामला प्रकाश में आया था। विश्व हिंदू परिषद और कुछ भाजपा नेताओं को जब इसकी भनक लगी तो वह मौके पर पहुंच गए और इसे लेकर काफी हंगामा बीते तीन—चार दिनों से चल रहा है। इसे लेकर आज भी पुरोला व्यापार मंडल द्वारा आधे दिन बाजार बंद रखकर पुलिस प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि विश्व हिंदू परिषद नेताओं द्वारा गरीबों को बहला—फुसलाकर और लालच देकर उनका धर्मांतरण कराया जा रहा था। जबकि मिशनरी का आरोप है कि स्थानीय लोगों द्वारा उनके धार्मिक कार्यक्रम में आकर हंगामा मारपीट और तोड़फोड़ की गई। इस मामले में दोनों पक्षों द्वारा क्रास एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है जिसमें दोनों तरफ से पांच—छह लोगों को नामजद किया गया है तथा 100 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। इस घटना को लेकर स्थानीय व्यापारियों और विहिप से जुड़े लोगों में भारी आक्रोश है इस घटना को लेकर भाजपा नेता और कार्यकर्ता भी मैदान में आ गए हैं लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शनों के कारण स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और मामला दिनोंदिन तूल पकड़ता जा रहा है।
उधर ऐसा ही एक अन्य मामला डोईवाला के लाल थप्पड़ में भी सामने आया है जहां कुछ लोगों पर सरकारी जमीन कब्जाने और उसमें भवन निर्माण कर एक धर्म विशेष के प्रचार प्रसार करने के साथ लोगों को बहला—फुसलाकर उनका धर्मांतरण कराने की बात सामने आई है। बजरंग दल के नेता व पदाधिकारी नवीन तेजेश्वर और एके सिंह द्वारा कोतवाली में पादरी विजय थॉमस मेसी, रॉकी थॉमस और रेव थॉमस मेसी के खिलाफ धारा 153 का और 188 के तहत मामला दर्ज कर जांच कराई जा रही है। इस घटना को लेकर हिंदू समुदाय में भारी रोष है।