देहरादून। रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर आठ लाख रूपये ठग लिये। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर द।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सर्वहारानगर काले की ढाल निवासी सुलेख चन्द ने ऋषिकेश कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि वह एक कैफे में अपने लड़के विकास तेगवाल का रेलवे का ऑनलाइन फार्म भर रहा था तभी एक व्यक्ति से मुलाकात हुई जिसने हमें कहा कि वह रेलवे में काम करता है। उसका भाई भी रेलवे में सरकारी पोस्ट पर है जो कि ऋषिकेश में सर्विस कर रहा है यदि नौकरी करनी या नौकरी में जाना है तो मुझसे संपर्क कर लेना मेरा एक आदमी दिल्ली मंत्रालय में बैठता है और उसके बाद उसने अपना नंबर दिया फिर हमारा नंबर लिया फिर उसका फोन आया हमारी मुलाकात सुरेंद्र सिंह से हुई हम उसके घर गए वहां पर ऋषिकेश रेलवे स्टेशन क्वार्टर में पूरी तसल्ली के लिए मुलाकात हुई उसका नाम सुरेंद्र सिंह है और उसका भाई संजय सिंह भी वहां पर मौजूद था। उसकी पत्नी उषा भी वहां पर मौजूद थी उसके बाद उसने कहा कि पूरे 8 लाख रूपये पड़ेंगे और ट्रेनिंग करते समय ट्रेनिंग की सैलरी भी मिलेगी एक लाख रूपये पहले लेकर दिल्ली जाना पड़ेगा। रेलवे के हस्पिटल में मेडिकल बनेगा फिर हमने कहा की रुपए की गारंटी कौन लेगा फिर संजय सिंह और उसकी पत्नी ने कहा की गारंटी हमारी होगी हम चेक और स्टांप देंगे हमारी सरकारी नौकरी है। एक लाख रूपये का इंतजाम करके उसके साथ दिल्ली गए। वहां पर इसके 3 साथी और भी थे फिर मुलाकात हुई फिर उनका एक आदमी और मेरे लड़का और विवेक प्रकाश रेलवे के हस्पिटल के अंदर ले गए फिर मेडिकल करवाया उसके बाद हमने उसे एक लाख रूपये दे दिए फिर हम ऋषिकेश आ गए उसके कुछ दिन बाद भारत सरकार रेलवे का लेटर डाक के दवारा हमारे घर पर 25 अगस्त 2020 को ऑफलाइन डाक द्वारा घर पर आया जिसमें रेलवे का टिकट भी था और 17 सितम्बर को खड़कपुर कोलकाता जाना था। फिर हमने इससे दोबारा मुलाकात की इसके रेलवे क्वार्टर पर अथवा संजय सिंह सुरेंद्र सिंह जो दोनों सगे भाई हैं और संजय की पत्नी उषा जो वहां पर मौजूद थी जिसने गारंटी के तौर पर हमें दो चेक और एक स्टप दिया। छह लाख रूपये दे दिये। जिसके बाद दो लाख रूपये और दिये। लेकिन उसके बाद से नौकरी के नाम पर वह उनको टालते रहे जिसके बाद उसको पता चला कि उनके साथ उक्त लोगों ने धोखाधडी की है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।