पटना। अनुसूचित जाति और जनजाति के आरक्षण को लेकर भारत बंद के दौरान अलग-अलग नजारे देखने को मिले। कहीं प्रदर्शनकारी रोड को जाम करते हुए दिखाई दिए तो कहीं जबरन दुकानों को बंद कराते नजर आए। पटना में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस दौरान पुलिस ने लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर लाठियों से पीटा। इसी बीच, गलती से पुलिसकर्मियों ने एसडीएम को भी पीट दिया। एससी-एसटी संगठनों का यह विरोध सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के खिलाफ था, जिसमें शीर्ष अदालत ने कोटे के भीतर कोटे की बात कही थी। हालांकि कोर्ट ने इसे लागू करने का जिम्मा सरकारों पर छोड़ दिया था। जानकारी के मुताबिक बुधवार सुबह से पटना की सड़कों पर बंद समर्थक प्रदर्शन कर रहे थे। शहर के बेली रोड पर 3 घंटे से अधिक समय तक यातायात बाधित रहा। रुकनपुरा इलाके में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ने का प्रयास किया। पटना डाकबंगला चौक पर भी पुलिस ने बंद समर्थकों को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज के दौरान पटना के सदर एसडीओ श्रीकांत खांडेकर भी पिट गए। जब एसडीओ को लाठी लगी तो पुलिसकर्मी के मुंह से अरे… निकल गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वॉटर केनन का भी इस्तेमाल किया।