नई दिल्ली । जाने-माने गजल गायक भूपिंदर सिंह का सोमवार को निधन हो गया है। मुम्बई के क्रिटी केयर अस्पताल में उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। भूपिंदर सिंह लंबे समय से बीमार चले रहे थे। 82 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। इतना ही नहीं भूपिंदर सिंह का अंतिम संस्कार भी आधी रात में ही कर दिया गया है। मीडियो रिपोर्ट्स के अनुसार ओशिवरा श्मशान घाट में आधी रात भूपिंदर सिंह के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया है। सोमवार की शाम भूपिंदर सिंह की पत्नी मिथाली सिंह ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा था कि ‘वह कुछ समय से मूत्र संबंधी समस्याओं सहित कई स्वास्थ्य जटिलताओं से पीड़ित थे। डॉक्टर से मिली जानकारी के अनुसार जांच के दौरान उन्हें कोलान कैंसर (बड़ी अतढ़ियों में कैंसर) की आशंका थी। इसके साथ ही उन्हें कोरोना भी हो गया था। इसलिए कैंसर संबंधी जांच नहीं कर रहे थे। कोरोना संक्रमित रहते हुए सोमवार शाम करीब 7.30 बजे उनकी मौत हो गई। डॉक्टर के अनुसार को-मॉर्बिटीज़ की समस्या के चलते उनकी मौत हुई है। बता दें कि, भूपिंदर सिंह मशहूर भारतीय संगीतकार रहे और मुख्य रूप से एक गजल गायक थे। उन्होंने कई हिंदी फिल्मों में प्लेबैक सिंगिंग की है। भूपिंदर सिंह ने बचपन में अपने पिता से गिटार बजाना सीखा था, जो एक खुद संगीतकार थे। उन्होंने किशोर कुमार और मोहम्मद रफ़ी के साथ कुछ लोकप्रिय युगल गीत गाए हैं। भूपिंदर सिंह को मौसम, सत्ते पे सत्ता, अहिस्ता अहिस्ता, दूरियां, हकीकत और कई अन्य फिल्मों में उनके यादगार गीतों के लिए याद किया जाता है।