स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन की सोनिया गांधी के साथ बैठक
दिल्ली/देहरादून। चुनावी तैयारियों में जुटे नेताओ द्वारा टिकट के लिए अपनी—अपनी गोटियां फिट करनी शुरू कर दी गई है। दावेदारों में अभी से खींचतान शुरू हो गई है कोई चुनाव लड़ने का दावा कर रहा है तो कोई चुनाव लड़वाने का। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों द्वारा प्रत्याशियों के चयन के लिए पैनल तैयार किए जा रहे हैं। इस बीच पार्टियों के केंद्रीय प्रभारियों द्वारा भी पार्टी नेताओं की मंशा और स्थिति का जायजा लेने का काम किया जा रहा है। कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन देहरादून आ कर दिल्ली लौट चुके हैं और आज वह सोनिया गांधी से मिलकर उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के चुनावी हालात से आगाह करने वाले हैं।
दिल्ली से मिली खबरों के अनुसार स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अविनाश पांडे द्वारा सोनिया गांधी से की गई मुलाकात के दौरान प्रदेश के शीर्ष नेताओं के बीच आपसी मतभेदों पर भी बात की गई है। हालांकि उनका कहना है कि अगर प्रदेश कांग्रेस के नेता एकजुटता के साथ इस चुनाव में जाते हैं तो परिणाम कांग्रेस के लिए अच्छे हो सकते हैं। उन्होंने अपने पहले ही उत्तराखंड दौरे में एक बात स्पष्ट रूप से कही थी कि कांग्रेस सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी उनका यह बयान चुनाव पूर्व पार्टी को मतभेदों से दूर रखने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी और स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन इस मुद्दे पर एकमत हैं और उन्होंने अपनी इस राय से सोनिया गांधी को भी अवगत कराया है। वही प्रत्याशियों के चयन में किसी भी नेता से राय लिया जाना अलग बात होगी लेकिन उसकी बात को मानना न मानना इसका अंतिम फैसला भी दिल्ली से ही होगा। कांग्रेस किसी भी सूरत में किसी एक व्यक्ति विशेष की राय को तवज्जो नहीं देगी। सभी 70 सीटों पर प्रत्याशी की छवि और लोकप्रियता के आधार पर टिकट दिए जाएंगे।