हल्द्वानी। पत्नी से झगड़े के बाद अपने गुस्से पर काबू न कर पाने के कारण एक कलियुगी पिता ने अपनी नाबालिग बेटी का गला घोटकर जान से मारने का प्रयास किया। हालांकि इस दौरान चीख पुकार सुनकर मासूम का ताऊ आ गया और उसने किसी तहर कलयुगी पिता के पंजे से उसे छुड़ा दिया। जिससे मासूम की जान तो बच गयी लेकिन उसके अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। जहंा उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस ने कलयुगी पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार देवलचौड़ निवासी एक महिला ने कोतवाली में तहरीर देकर बताया गया कि जब वह किसी जरूरी काम से घर से बाहर गई हुई थी। उसी दौरान उसकी 13 वर्षीय बेटी स्कूल से घर लौटी। बताया कि उस समय घर पर महिला का पति कमल राम मौजूद था। इस दौरान पिता ने बेटी से कहा कि वह बिस्तर पर लेट जाए। वह नहीं लेटी तो पति ने जान से मारने की नियत से उसका गला घोंट दिया। बेटी के चिल्लाने पर जेठ किशन सिंह ने घर पहुंचकर बेटी को बचाया। पति ने गला इतनी जोर से पकड़ा था कि बेटी की आंखों में सूजन थी व खून जम चुका था बच्ची का इलाज कराया जा रहा है।
महिला ने बताया कि घटना के दिन सुबह उसकी पति के साथ किसी बात को लेकर बहस हो गई थी। महिला का मानना है कि इसी रंजिश में पति ने बेटी को जान से मारने की कोशिश की है। फिलहाल कोतवाली में मुकदमा दर्ज हो गया है और पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।